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2 Feb 2017 · 1 min read

ढूंढता हूं उसको

ढूंढता हूं उसको, जिसका पता नहीं है l
चलता हूं रास्ते पर, मंजिल पता नहीं है ll

ऐसे गुजारी हमने, अपनी ए उम्र सारी l
सांसें तो चल रही हैं, कैसे पता नहीं है ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़,उत्तर प्रदेश l

Language: Hindi
359 Views
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