Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2017 · 1 min read

समय बड़ा बलवान

ताकत का होता नही,जिसको कभी गुमान !
होता है संसार मे,….वही बडा बलवान ! !

समय बड़ा बलवान है,समय करे जब घात !
लगे पूछने शेर की,….तब चूहा औकात !!

रावण जैसा कब हुआ,..कोई भी बलवान!
उसका उसको ही मगर,ले डूबा अभिमान!!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 1707 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"इंसान हो इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
-- गुरु --
-- गुरु --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Mere hisse me ,
Mere hisse me ,
Sakshi Tripathi
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*कभी नयनों से नयनों के, इशारे कम नहीं होंगे(मुक्तक)*
*कभी नयनों से नयनों के, इशारे कम नहीं होंगे(मुक्तक)*
Ravi Prakash
नादां दिल
नादां दिल
Pratibha Kumari
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपने हाथ,
अपने हाथ,
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
गुमनाम शायरी
गुमनाम शायरी
Shekhar Chandra Mitra
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
shabina. Naaz
कविता
कविता
Rambali Mishra
तुम्हारे लिए हम नये साल में
तुम्हारे लिए हम नये साल में
gurudeenverma198
"दो पहलू"
Yogendra Chaturwedi
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
डाकिया डाक लाया
डाकिया डाक लाया
Paras Nath Jha
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*Author प्रणय प्रभात*
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
वज्रमणि
वज्रमणि
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमनें मांगी कहां दुआ कोई
हमनें मांगी कहां दुआ कोई
Dr fauzia Naseem shad
लाज-लेहाज
लाज-लेहाज
Anil Jha
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
६४बां बसंत
६४बां बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चुनाव
चुनाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आशीर्वाद
आशीर्वाद
Dr Parveen Thakur
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
महंगाई का दंश
महंगाई का दंश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...