Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2016 · 1 min read

सत्य की सरिता

?
सत्य की सरिता
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
चल चलें उस ओर कि
सतन्याय सबको मिल सके ।
सत्य की सरिता में जन
अधिकार सबको मिल सके ।।

नित्य नूतन देशना से
मन ये सिंचित हो रहा है ।
सत्य शोधित मंत्रणा से
न्याय निर्मित हो रहा है ।।
दार्शनिक सदज्ञान का
आधार सबको मिल सके ।
सत्य की सरिता में………….

दुर्दिशा में जा रही
धारा मनुज संज्ञान की ।
धूर्त के चंगुल में है
अब शांति हर इंसान की ।।
स्वातंत्र्य और सामर्थ्य का
विस्तार सबको मिल सके ।
सत्य की सरिता……………….

आज तो हर कण जगत का
गीत सत का गा रहा है ।
न्याय का वारिद तृषा की
ओर सत्वर जा रहा है ।।
सामरिक यह पूर्णता
अब हर किसी को मिल सके ।
सत्य की सरिता…………….

-(सामरिक अरुण)
WCM NDS हरिद्वार
22/05/2016
www.nyayadharmsabha.org

Language: Hindi
Tag: गीत
539 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उम्र आते ही ....
उम्र आते ही ....
sushil sarna
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
आचार्य वृन्दान्त
********* कुछ पता नहीं *******
********* कुछ पता नहीं *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
ना ढूंढ मोहब्बत बाजारो मे,
ना ढूंढ मोहब्बत बाजारो मे,
शेखर सिंह
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल   के जलेंगे
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल के जलेंगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दूर रहकर तो मैं भी किसी का हो जाऊं
दूर रहकर तो मैं भी किसी का हो जाऊं
डॉ. दीपक मेवाती
मेरी अम्मा तेरी मॉम
मेरी अम्मा तेरी मॉम
Satish Srijan
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
प्रिय विरह
प्रिय विरह
लक्ष्मी सिंह
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
Deepak Baweja
पुलिस की ट्रेनिंग
पुलिस की ट्रेनिंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
डर
डर
Neeraj Agarwal
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
बने महब्बत में आह आँसू
बने महब्बत में आह आँसू
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उलझ नहीं पाते
उलझ नहीं पाते
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
Chunnu Lal Gupta
चलिए खूब कमाइए, जिनके बच्चे एक ( कुंडलिया )
चलिए खूब कमाइए, जिनके बच्चे एक ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
राह हमारे विद्यालय की
राह हमारे विद्यालय की
bhandari lokesh
अपात्रता और कार्तव्यहीनता ही मनुष्य को धार्मिक बनाती है।
अपात्रता और कार्तव्यहीनता ही मनुष्य को धार्मिक बनाती है।
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Rajni kapoor
दिल होता .ना दिल रोता
दिल होता .ना दिल रोता
Vishal Prajapati
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
Ram Krishan Rastogi
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
Anis Shah
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
Anand Kumar
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
Loading...