Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2017 · 1 min read

संपनो को दिल मे रखता संजोता हूं।

अपने अनुभव अनुभूति को शब्द मे पिरोता हूं
कल्पना मे घूमकर अपने मे खोता हूं।
गिर गिरकर सम्भलता पर चलता रहा हूं
संपनो को सचकरने मे दिन रात नही सोता हूं।
असफलता मित्र बन आ ही जाती पर
संपनो को दिल मे रखता संजोता हूं।

Language: Hindi
212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
NUMB
NUMB
Vedha Singh
आज की प्रस्तुति - भाग #1
आज की प्रस्तुति - भाग #1
Rajeev Dutta
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
Suryakant Dwivedi
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इंसानियत
इंसानियत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
Dr fauzia Naseem shad
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
जीत
जीत
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
कर गमलो से शोभित जिसका
कर गमलो से शोभित जिसका
प्रेमदास वसु सुरेखा
झूठ
झूठ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अच्छाई बनाम बुराई :- [ अच्छाई का फल ]
अच्छाई बनाम बुराई :- [ अच्छाई का फल ]
Surya Barman
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
नव अंकुर स्फुटित हुआ है
Shweta Soni
नव दीप जला लो
नव दीप जला लो
Mukesh Kumar Sonkar
राम विवाह कि मेहंदी
राम विवाह कि मेहंदी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कवि दीपक बवेजा
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
Kshma Urmila
एक नयी रीत
एक नयी रीत
Harish Chandra Pande
*चुनाव में उम्मीदवार (हास्य व्यंग्य)*
*चुनाव में उम्मीदवार (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
Neelam Sharma
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
Manju sagar
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
एक आंसू
एक आंसू
Surinder blackpen
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...