Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2016 · 1 min read

श्री कृष्ण वन्दना ….

यदु-नन्द नन्दन देवकी-वसुदेव नन्दन वन्दनम् ।
मृदु चपल नयनं चंचलं मन मोहनं अभिनन्दनम् ।।
मस्तक मुकुट पर-मोर कर मुरली मधुर धर मंगलम् ।
तन पीत अम्बर वैजयन्ती कण्ठ कानन कुण्डलम् ।।
गौ ग्वाल गोकुल गोपियाँ जल जमुन गिरि गोवर्धनम् ।
शुचि बाल कौतुक चरित पावन असुर रिपुदल भन्जनम् ।।
स्वर्णिम प्रभा सुषमा सुखदतम् नीलवर्णं सुन्दरम् ।
वह धन्य है बृज-भूमि जहाँ कण-कण रमे राधेश्वरम् ।।
उपदेश प्रेरित सजग गीत-ज्ञान अर्जुन केशवम् ।
अवतार जगदाधार नव उत्थान सन्त सनातननम् ।।
कुरुक्षेत्र सारथि पार्थ नायक महाभारत श्रेष्ठतम् ।
सर्वत्र तुम ही विराट हो सर्वज्ञ भी अति सूक्ष्मतम् ।।
क्षिति शेष पद्मा पद्म कर गद शंख चक्र सुदर्शनम् ।
मति भ्रमित भौतिक भोग भव अनुरक्त मन कामायनम् ।।
चिर भक्ति सर्व समर्पितं उद्घोष जय जगदीश्वरम् ।
प्रति स्वाँस हृदय सुवास हो दृग दर्श हे!करुणाकरम् ।।
मम् मुदित मन-मन्दिर बसो हे!सतत् श्यामा श्यामलम् ।।
सद्बुद्धि सद्गति प्राप्य हो उद्धार भक्त सुवत्सलम् ।
योगेश्वरं सर्वेश्वरं राधेरमण ब्रजभूषणम् ।
हे!माधवं मधुसूदनं जय जयति जय नारायणम् ।

Language: Hindi
Tag: गीत
909 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
किस्मत की लकीरें
किस्मत की लकीरें
umesh mehra
भज ले भजन
भज ले भजन
Ghanshyam Poddar
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
.        ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
. ‼️🌹जय श्री कृष्ण🌹‼️
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*अयोध्या के कण-कण में राम*
*अयोध्या के कण-कण में राम*
Vandna Thakur
धर्म
धर्म
पंकज कुमार कर्ण
🙏
🙏
Neelam Sharma
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
Manisha Manjari
संत गोस्वामी तुलसीदास
संत गोस्वामी तुलसीदास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम निवेश है-2❤️
प्रेम निवेश है-2❤️
Rohit yadav
है हिन्दी उत्पत्ति की,
है हिन्दी उत्पत्ति की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित
हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित
Sanjay ' शून्य'
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
आलेख - प्रेम क्या है?
आलेख - प्रेम क्या है?
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
दशावतार
दशावतार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ঐটা সত্য
ঐটা সত্য
Otteri Selvakumar
बाबूजी।
बाबूजी।
Anil Mishra Prahari
होश खो देते जो जवानी में
होश खो देते जो जवानी में
Dr Archana Gupta
चूड़ियां
चूड़ियां
Madhavi Srivastava
चिड़िया!
चिड़िया!
सेजल गोस्वामी
2570.पूर्णिका
2570.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
Shivam Sharma
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
पूर्वार्थ
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बाबुल का घर तू छोड़ चली
बाबुल का घर तू छोड़ चली
gurudeenverma198
■ एहसास...
■ एहसास...
*Author प्रणय प्रभात*
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
Loading...