Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2016 · 1 min read

शेर

”शहर में हर शख्स तनहा अनमना बहरा मिला
कोठियाँ सब की अलग सब का जुदा कमरा मिला’
.
.
.
.
.
;;रौनकें ही रौनकें थी आप जब तक थीं वहां
ख्वाब में आया वही मंज़र मुझे वीरां मिला’

Language: Hindi
Tag: शेर
283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आरती करुँ विनायक की
आरती करुँ विनायक की
gurudeenverma198
राह तक रहे हैं नयना
राह तक रहे हैं नयना
Ashwani Kumar Jaiswal
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" दूरियां"
Pushpraj Anant
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
अद्भुद भारत देश
अद्भुद भारत देश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
त्याग
त्याग
AMRESH KUMAR VERMA
हरदा अग्नि कांड
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
Santosh Soni
Forget and Forgive Solve Many Problems
Forget and Forgive Solve Many Problems
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
परिसर खेल का हो या दिल का,
परिसर खेल का हो या दिल का,
पूर्वार्थ
#सुबह_की_प्रार्थना
#सुबह_की_प्रार्थना
*Author प्रणय प्रभात*
स्कूल जाना है
स्कूल जाना है
SHAMA PARVEEN
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
शेखर सिंह
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
*** एक दौर....!!! ***
*** एक दौर....!!! ***
VEDANTA PATEL
"इण्टरनेट की सीमाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
अब नई सहिबो पूछ के रहिबो छत्तीसगढ़ मे
अब नई सहिबो पूछ के रहिबो छत्तीसगढ़ मे
Ranjeet kumar patre
सब्र
सब्र
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*अनमोल हीरा*
*अनमोल हीरा*
Sonia Yadav
हद्द - ए - आसमाँ की न पूछा करों,
हद्द - ए - आसमाँ की न पूछा करों,
manjula chauhan
भला दिखता मनुष्य
भला दिखता मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
भीड़ पहचान छीन लेती है
भीड़ पहचान छीन लेती है
Dr fauzia Naseem shad
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
मेरी मोहब्बत का उसने कुछ इस प्रकार दाम दिया,
मेरी मोहब्बत का उसने कुछ इस प्रकार दाम दिया,
Vishal babu (vishu)
रिश्तों में पड़ी सिलवटें
रिश्तों में पड़ी सिलवटें
Surinder blackpen
सहकारी युग ,हिंदी साप्ताहिक का 15 वाँ वर्ष { 1973 - 74 }*
सहकारी युग ,हिंदी साप्ताहिक का 15 वाँ वर्ष { 1973 - 74 }*
Ravi Prakash
संस्कृत के आँचल की बेटी
संस्कृत के आँचल की बेटी
Er.Navaneet R Shandily
Loading...