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24 Nov 2016 · 1 min read

शेर

”शहर में हर शख्स तनहा अनमना बहरा मिला
कोठियाँ सब की अलग सब का जुदा कमरा मिला’
.
.
.
.
.
;;रौनकें ही रौनकें थी आप जब तक थीं वहां
ख्वाब में आया वही मंज़र मुझे वीरां मिला’

Language: Hindi
Tag: शेर
281 Views
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