Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jul 2017 · 1 min read

*जिंदगी* (शायरी)

खूबसूरत है जिंदगी खूबसूरत ये डगर ,
मगर बिन साथी के कटता नहीं सफर ।
जन्नत से सुंदर हो जाती है ये दुनिया ,
मिल जाए गर अच्छा कोई हमसफ़र ।।

गम को भी ख़ुशी से झेल लेंगे हम ,
बिखरी हुई जिंदगी समेट लेंगे हम ।
मिल जाए अगर साथ अपनों का ,
रुख जिंदगी का मोड़ देंगे हम ।।

ऐ बेरहम जिंदगी न इतना सितम कर ,
इंसान मैं शरीफ हूँ कुछ तो रहम कर ।
हर बार नहीं मैं गिरकर सम्भल पाऊंगी ,
टूटकर बिखर जाऊं न इतना जुल्म कर ।।

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 3 Comments · 1588 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आदिपुरुष समीक्षा
आदिपुरुष समीक्षा
Dr.Archannaa Mishraa
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कवि दीपक बवेजा
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/63.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मदर इंडिया
मदर इंडिया
Shekhar Chandra Mitra
मुहब्बत
मुहब्बत
बादल & बारिश
कभी कम नहीं हो यह नूर
कभी कम नहीं हो यह नूर
gurudeenverma198
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
Er.Navaneet R Shandily
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
कृष्णकांत गुर्जर
ब्रांड. . . .
ब्रांड. . . .
sushil sarna
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
#मानो_या_न_मानो
#मानो_या_न_मानो
*Author प्रणय प्रभात*
दोयम दर्जे के लोग
दोयम दर्जे के लोग
Sanjay ' शून्य'
यहाँ तो मात -पिता
यहाँ तो मात -पिता
DrLakshman Jha Parimal
पत्नी जब चैतन्य,तभी है मृदुल वसंत।
पत्नी जब चैतन्य,तभी है मृदुल वसंत।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
कथ्य-शिल्प में धार रख, शब्द-शब्द में मार।
कथ्य-शिल्प में धार रख, शब्द-शब्द में मार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
ताजन हजार
ताजन हजार
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
मुझे तुम
मुझे तुम
Dr fauzia Naseem shad
खुशी पाने की जद्दोजहद
खुशी पाने की जद्दोजहद
डॉ० रोहित कौशिक
हे राम हृदय में आ जाओ
हे राम हृदय में आ जाओ
Saraswati Bajpai
तू मुझे क्या समझेगा
तू मुझे क्या समझेगा
Arti Bhadauria
हम तो फूलो की तरह अपनी आदत से बेबस है.
हम तो फूलो की तरह अपनी आदत से बेबस है.
शेखर सिंह
बहुत कीमती है दिल का सुकून
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
हिन्दी दोहा -जगत
हिन्दी दोहा -जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
चंद सिक्कों की खातिर
चंद सिक्कों की खातिर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
खूबसूरत, वो अहसास है,
खूबसूरत, वो अहसास है,
Dhriti Mishra
Loading...