Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2017 · 1 min read

शिव आरती

सावन के अंतिम सोमवार को , बाबा भोलेनाथ के भक्तों को सादर समर्पित…..!
—————-
* शिव आरती *
*************
बम भोले भंडारी , बाबा भोले भंडारी ।
सत्यम्-शिवम्-सुंदरम् बाबा त्रिपुरारी ।। बम…
*
तुम हो नाथ सदाशिव स्वामी ओंकारा ।
गिरि कैलाश विराजत बहै गंग धारा ।। बम…
*
नागन की गलमाला मुण्डमाल धारी ।
भाल मयंक सुहानौ छवि लागै प्यारी ।। बम…
*
भक्तन के हितकारी बाबा महादेवा ।
पल में काज सँवारौ देवन के देवा ।। बम…
*
माँ गिरिजा के स्वामी नंदी असवारी ।
गोदी गणपति खेलत भर-भर किलकारी ।।बम…
*
शिवशंकर प्रलयंकर ताण्डव नृत्य करौ ।
नेत्र तीसरा खोलौ पल में प्रलय करौ ।।बम…
*
तन भसमी शमशानी विजया के रसिया ।
डम-डम डमरू बाजै मंत्रन के रचिया ।।बम…
*
कार्तिकेय भैरव कै तुम पितु हो बाबा ।

महावीरा तुम अंशा जय भोले बाबा ।।बम…
*
कृपा करौ करुणामय शरणागत तेरे ।
नीलकंठ नटराजा कष्ट हैरौ मेरे ।।बम…
*
बीच भँवर में नैया बाबा पार करौ।
तुम ही एक खिवैया आ उद्धार करौ ।। बम…
*
‘ज्योति’ प्रेम से जो जन यह आरती गावैं ।
मुक्ति मिलै माया ते शिव धामहि पावैं ।।बम…
—–
-महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***

Language: Hindi
Tag: गीत
392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
Seema gupta,Alwar
परीक्षा
परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*नीम का पेड़*
*नीम का पेड़*
Radhakishan R. Mundhra
💐प्रेम कौतुक-170💐
💐प्रेम कौतुक-170💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ruby kumari
"मैं तेरी शरण में आई हूँ"
Shashi kala vyas
तारों का झूमर
तारों का झूमर
Dr. Seema Varma
मैं तो महज क़ायनात हूँ
मैं तो महज क़ायनात हूँ
VINOD CHAUHAN
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
"नवरात्रि पर्व"
Pushpraj Anant
बदलता दौर
बदलता दौर
ओनिका सेतिया 'अनु '
*तपन*
*तपन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
सच समाज में प्रवासी है
सच समाज में प्रवासी है
Dr MusafiR BaithA
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
अतिथि हूं......
अतिथि हूं......
Ravi Ghayal
हक़ीक़त ने
हक़ीक़त ने
Dr fauzia Naseem shad
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
Keshav kishor Kumar
एक पूरी सभ्यता बनाई है
एक पूरी सभ्यता बनाई है
Kunal Prashant
अपने बच्चों का नाम लिखावो स्कूल में
अपने बच्चों का नाम लिखावो स्कूल में
gurudeenverma198
अपमान
अपमान
Dr Parveen Thakur
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
मैं जिससे चाहा,
मैं जिससे चाहा,
Dr. Man Mohan Krishna
अपने
अपने
Shyam Sundar Subramanian
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
बुंदेली दोहा गरे गौ (भाग-2)
बुंदेली दोहा गरे गौ (भाग-2)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
Loading...