Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2016 · 1 min read

शायरी –

ये मेरी बेबसी है या मेरी गुरूरदारी है ;
चंद लम्हों की जिन्दगी में ख्वावजारी है |
ख्वाहिशों के दिये जो भी जले बुझते ही गये;
उन आंधियाों को कैसे रोकूं जिनसे मेरी यारी है |

Language: Hindi
Tag: शेर
1916 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
संविधान /
संविधान /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
माँ को फिक्र बेटे की,
माँ को फिक्र बेटे की,
Harminder Kaur
शिकवा नहीं मुझे किसी से
शिकवा नहीं मुझे किसी से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/252. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गलत और सही
गलत और सही
Radhakishan R. Mundhra
पूछा किसी ने  इश्क में हासिल है क्या
पूछा किसी ने इश्क में हासिल है क्या
sushil sarna
गुज़रा है वक्त लेकिन
गुज़रा है वक्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
वसंततिलका छन्द
वसंततिलका छन्द
Neelam Sharma
*Max Towers in Sector 16B, Noida: A Premier Business Hub 9899920149*
*Max Towers in Sector 16B, Noida: A Premier Business Hub 9899920149*
Juhi Sulemani
*मेला (बाल कविता)*
*मेला (बाल कविता)*
Ravi Prakash
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
हम वीर हैं उस धारा के,
हम वीर हैं उस धारा के,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
■ आज की राय
■ आज की राय
*Author प्रणय प्रभात*
जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं
जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मैं हु दीवाना तेरा
मैं हु दीवाना तेरा
Basant Bhagawan Roy
क्रिकेट का पिच,
क्रिकेट का पिच,
Punam Pande
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
भाई बहन का प्रेम
भाई बहन का प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
पंकज कुमार कर्ण
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
surenderpal vaidya
*मौत आग का दरिया*
*मौत आग का दरिया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
यूनिवर्सल सिविल कोड
यूनिवर्सल सिविल कोड
Dr. Harvinder Singh Bakshi
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
किस्मत की लकीरों पे यूं भरोसा ना कर
किस्मत की लकीरों पे यूं भरोसा ना कर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
कौन कितने पानी में
कौन कितने पानी में
Mukesh Jeevanand
💐अज्ञात के प्रति-75💐
💐अज्ञात के प्रति-75💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...