Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2017 · 1 min read

वो लड़की याद आती है

सफर करते हुए नभ की,ये धरती याद आती है

लुटेरोँ को अभी भी मेरी बस्ती याद आती है

हमेँ मालूम है ‘सागर’ इसी को प्यार कहते हैँ

मै जब भी तनहा होता हूँ वो लड़की याद आती है

Language: Hindi
313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यदि कोई आपकी कॉल को एक बार में नहीं उठाता है तब आप यह समझिए
यदि कोई आपकी कॉल को एक बार में नहीं उठाता है तब आप यह समझिए
Rj Anand Prajapati
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
"Communication is everything. Always always tell people exac
पूर्वार्थ
सबूत- ए- इश्क़
सबूत- ए- इश्क़
राहुल रायकवार जज़्बाती
Life
Life
C.K. Soni
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
मोहब्बत का वो तोहफ़ा मैंने संभाल कर रखा है
Rekha khichi
बदलना भी जरूरी है
बदलना भी जरूरी है
Surinder blackpen
जब बूढ़ी हो जाये काया
जब बूढ़ी हो जाये काया
Mamta Rani
■ समयोचित सलाह
■ समयोचित सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन की
जीवन की
Dr fauzia Naseem shad
प्यार में
प्यार में
श्याम सिंह बिष्ट
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोहे ( मजदूर दिवस )
दोहे ( मजदूर दिवस )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
डर होता है
डर होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
आह जो लब से निकलती....
आह जो लब से निकलती....
अश्क चिरैयाकोटी
चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है।
चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है।
विमला महरिया मौज
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"जरा सोचिए"
Dr. Kishan tandon kranti
जाति  धर्म  के नाम  पर, चुनने होगे  शूल ।
जाति धर्म के नाम पर, चुनने होगे शूल ।
sushil sarna
बादल  खुशबू फूल  हवा  में
बादल खुशबू फूल हवा में
shabina. Naaz
*जब नशा साँसों में घुलता, मस्त मादक चाल है (मुक्तक)*
*जब नशा साँसों में घुलता, मस्त मादक चाल है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
रूपसी
रूपसी
Prakash Chandra
जिंदगी को रोशन करने के लिए
जिंदगी को रोशन करने के लिए
Ragini Kumari
🌸Prodigy Love-48🌸
🌸Prodigy Love-48🌸
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Love is
Love is
Otteri Selvakumar
फासीवाद के ख़तरे
फासीवाद के ख़तरे
Shekhar Chandra Mitra
Loading...