Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2016 · 1 min read

वो मेरी हस्ती मिटाने को चला

वो मेरी हस्ती मिटाने को चला
फूंक से पर्वत उड़ाने को चला

यूँ नहीं था ख़ास मक़सद चलने का
सिर्फ अपनी ज़िद निभाने को चला

पैरहन उजला पहनकर, देखिए
दाग़ मुझपर वो लगाने को चला

आसमां छूने की ख़्वाहिश में कहीं
वो जमीं अपनी गँवाने को चला

झूठ के साये में रहता है मगर
साँच का परचम उठाने को चला

माँगकर चिड़ियों से छोटे पंख वो
आसमां पर हक़ जताने को चला

कोई समझाए कहे ‘माही’ उसे
बेवज़ह झगड़े बढ़ाने को चला

माही / जयपुर

2 Comments · 874 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
sushil sarna
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Manisha Manjari
साए
साए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
फिक्र (एक सवाल)
फिक्र (एक सवाल)
umesh mehra
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
विजय कुमार अग्रवाल
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
हम सब में एक बात है
हम सब में एक बात है
Yash mehra
दो पाटन की चक्की
दो पाटन की चक्की
Harminder Kaur
पहाड़ी नदी सी
पहाड़ी नदी सी
Dr.Priya Soni Khare
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
कवि दीपक बवेजा
"ना नौ टन तेल होगा,
*Author प्रणय प्रभात*
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
DrLakshman Jha Parimal
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
वीर पुत्र, तुम प्रियतम
संजय कुमार संजू
Bhagwan sabki sunte hai...
Bhagwan sabki sunte hai...
Vandana maurya
"मुझे पता है"
Dr. Kishan tandon kranti
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
परीक्षा
परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जग में उदाहरण
जग में उदाहरण
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
गाथा जीवन की सदा ,गाता तन का कर्म (कुंडलिया)
गाथा जीवन की सदा ,गाता तन का कर्म (कुंडलिया)
Ravi Prakash
संसार का स्वरूप (2)
संसार का स्वरूप (2)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरा तोता
मेरा तोता
Kanchan Khanna
????????
????????
शेखर सिंह
* विदा हुआ है फागुन *
* विदा हुआ है फागुन *
surenderpal vaidya
Loading...