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9 Feb 2017 · 2 min read

****वैलेंटाइन डे****होता है क्या??????? शायद एक भ्रम

वैलेंटाइन डे का अर्थ आज तक न मुझे समझ आया है |
व्यर्थ के दिनों ने युवाओं को भ्रमित कर डाला है |

स्लैप डे ,चॉकलेट डे ,एनिमी डे ,ऐसे नामों ने वैलेंटाइन डे पर दूसरा ही रंग चढ़ाया है |
चॉकलेट ,उपहार ,फूल देकर ,
लड़के-लड़कियों ने एक-दूसरे का मन बहलाया है |

वेलेंटाइन डे के दूसरे ही दिन एक-दूसरे को भूल जाते हैं |
क्या यही है वैलेंटाइन डे जो यह सब मनाते हैं |

कुछ लगती नहीं है इस दिन की सार्थकता मुझे |
कितने बागों को पहले उजाड़ा जाता है फिर व्यर्थ के इस डे को मनाया जाता है |

इस दिन ने युवाओं के मस्तिष्क में दोस्ती को कुछ और ही चोला पहनाया है |
युवाओं में तो क्या स्कूली बच्चों में भी इसका रोश दिखाई आया है |

वैलेंटाइन डे आने से पहले ही बाजारों में फूलों का बगीचा सा सजा होता है | कोई देता है किसी को मनाने के लिए और कोई देता है पुरानी दुश्मनी मिटाने के लिए |

कोई देता है मस्ती भरी अठखेलियों के लिए और कोई देता है सच्ची दोस्ती की पहेलियों के लिए |

क्या इस दिन के होने से ही दोस्ती है क्या यही दिन दोस्ती बनाता है और क्या यही दोस्ती के मायने सिखाता है |

पीला ,लाल ,गुलाबी फूल तो मिल जाता है परंतु माँ बाप के विश्वास का रंग उसमें पिघल जाता है |

इंसान फिर क्यों अपना अस्तित्व भूलकर वैलेंटाइन डे के पीछे यूँ भागा जाता है उसे सब कुछ पता है इससे कुछ भी हांसिल नहीं होना है |
बस इस दिन के अगले दिन वही जीवन की सादगी भरी बेला है |

***तो कहती है नीरू ऐसे दिनों से कुछ भी हासिल नहीं होना है |
दिन है मौज-मस्ती का ऐसे ही निकल जाएगा |

जाते जाते यह तो कुछ भी न तुम्हें देकर जाएगा ,अगर देकर जाएगा तो झूठी यादें ,झूठा अहसास और झूठा प्यार जो कभी भी तुम्हारे किसी काम के न आएगा |

सबसे बड़े वैलेंटाइन (शुभचिंतक)है हमारे अभिभावक |
वैलेंटाइन डे मनाओ मां-बाप ,भाई-बहन के साथ इस बार,हर बार,बार-बार |

क्योंकि वही हैं सच्चे साथी और सच्चे दोस्त हमारे जीवन की हर डगर पर| देंगे हमारा साथ हमारे मुकाम तक पहुँचा कर |

*** किए थे अपने नेत्रदान सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मृत्यु से पहले जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबम को एक पत्र लिखकर के |
लिखा था अंत में तुम्हारा वैलेंटाइन हूँ |
(शुभचिंतक)
इस संत के नाम पर मनाया जाता है यह दिन |
पूरे विश्व में निस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है इस दिन |
प्यार ,त्याग ,बलिदान और एक उपहार है यह दिन |
जिसको समझ आ जाए उसके लिए वरदान है यह दिन|

Language: Hindi
273 Views
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