Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2017 · 1 min read

विरह गीत

वो तेरी हर मुलाकाते
अब मुझे रूलाती है
वो तेरी हर बाते
अब मुझे सताती है
सोचता है दिल मेरा
छोडु ये ज़िंदगी
पर माँ-बाप की वो मेहनत
मुझे याद आती है
वो तेरी हर मुलाकाते
अब मुझे रूलाती है
ऐ बेदर्द तुने ये
दिल मेरा तोडा है
हो शायद कमी मुझमे
जो रिस्ता गैरो से जोडा है
मै आज हू तन्हा
तेरी छवि जलाती है
वो तेरी हर मुलाकाते
अब मुझे रूलाती है
है इतना विश्वास मैने
तुमपे क्यो किया
सब तोड़ के ये बंधन
सब-कुछ लुटा दिया
मुझे खुद से ही अब
नफ़रत सी लगती है
वो तेरी हर मुलाकाते
अब मुझे रूलाती है
याद मे तेरी अब
दिन रात तड़पता हू
तेरी बेवफाई से
रोज दुखो से नहाता हू
लिखता हू कलम से कुछ
लिख तु ही जाती है
वो तेरी हर मुलाकाते
अब मुझे रूलाती है

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1022 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोई जब पथ भूल जाएं
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक जिद्दी जुनूनी और स्वाभिमानी पुरुष को कभी ईनाम और सम्मान क
एक जिद्दी जुनूनी और स्वाभिमानी पुरुष को कभी ईनाम और सम्मान क
Rj Anand Prajapati
*धन्य अयोध्या जहॉं पधारे, पुरुषोत्तम भगवान हैं (हिंदी गजल)*
*धन्य अयोध्या जहॉं पधारे, पुरुषोत्तम भगवान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
देखो-देखो आया सावन।
देखो-देखो आया सावन।
लक्ष्मी सिंह
माह सितंबर
माह सितंबर
Harish Chandra Pande
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
Dr Manju Saini
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
हर सीज़न की
हर सीज़न की
*Author प्रणय प्रभात*
2675.*पूर्णिका*
2675.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
"जोकर"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपने कदमों को बढ़ाती हूँ तो जल जाती हूँ
अपने कदमों को बढ़ाती हूँ तो जल जाती हूँ
SHAMA PARVEEN
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दारू की महिमा अवधी गीत
दारू की महिमा अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
क्या ढूढे मनुवा इस बहते नीर में
क्या ढूढे मनुवा इस बहते नीर में
rekha mohan
बेचारी माँ
बेचारी माँ
Shaily
💐प्रेम कौतुक-497💐
💐प्रेम कौतुक-497💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन।
तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है
प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है
'अशांत' शेखर
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
छिपकली
छिपकली
Dr Archana Gupta
सच
सच
Neeraj Agarwal
भीख
भीख
Mukesh Kumar Sonkar
नाम इंसानियत का
नाम इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
Loading...