Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2017 · 1 min read

*वर्ण का महाजाल और संतुष्टि*

**ये सपने नहीं हकीकत है,
चुकती जिसमें कीमत है,
ख्वाब नहीं ..
..जो टूट जाए,
आंखें ..खुलते ही,

चिपक जाते है जो जन्म लेते ही,
ऐसी-वैसी नहीं व्यवस्था,
जो बंटी हो वर्गो में,
जकड़ी हुई जो वर्ण-व्यवस्था से,
है बड़ी विकराल समस्या,

फंसा है जाल में…
जाल में ही मर जाएगा,
पर चक्रव्यूह न तोड़ पाएगा..।

आखिर
शिक्षित बनो !
संगठित रहो !
संघर्ष करो !
सूत्र ही सम्मान बचाऐगा,

तब जाकर कोई ,
जीवन को धन्य कह पाएगा !
जीव जीवन को गर..धन्य न कहे ,
तब तक कौन कहे ..
डॉ महेन्द्र सिंह खालेटिया,
कोई मिथ्या से मुक्त हो पाया है,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 556 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
रमेशराज की पिता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पिता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
कभी उसकी कदर करके देखो,
कभी उसकी कदर करके देखो,
पूर्वार्थ
किसी दिन
किसी दिन
shabina. Naaz
गीत - प्रेम असिंचित जीवन के
गीत - प्रेम असिंचित जीवन के
Shivkumar Bilagrami
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/134.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम गांव वाले है जनाब...
हम गांव वाले है जनाब...
AMRESH KUMAR VERMA
सावन आया झूम के .....!!!
सावन आया झूम के .....!!!
Kanchan Khanna
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
Vishal babu (vishu)
शुभम दुष्यंत राणा shubham dushyant rana ने हितग्राही कार्ड अभियान के तहत शासन की योजनाओं को लेकर जनता से ली राय
शुभम दुष्यंत राणा shubham dushyant rana ने हितग्राही कार्ड अभियान के तहत शासन की योजनाओं को लेकर जनता से ली राय
Bramhastra sahityapedia
बिछोह
बिछोह
Shaily
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
Manisha Manjari
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
Dheerja Sharma
फागुन
फागुन
पंकज कुमार कर्ण
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
संग रहूँ हरपल सदा,
संग रहूँ हरपल सदा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कृष्ण की फितरत राधा की विरह
कृष्ण की फितरत राधा की विरह
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Ready for argument
Ready for argument
AJAY AMITABH SUMAN
*
*"आज फिर जरूरत है तेरी"*
Shashi kala vyas
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
पूरनमासी चंद्रमा , फागुन का शुभ मास [कुंडलिया]*
पूरनमासी चंद्रमा , फागुन का शुभ मास [कुंडलिया]*
Ravi Prakash
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
Dr. Man Mohan Krishna
"गुज़रते वक़्त के कांधे पे, अपना हाथ रक्खा था।
*Author प्रणय प्रभात*
पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब ।
पलकों से रुसवा हुए, उल्फत के सब ख्वाब ।
sushil sarna
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
DrLakshman Jha Parimal
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
मन को मना लेना ही सही है
मन को मना लेना ही सही है
शेखर सिंह
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...