Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2017 · 1 min read

लोकशैली में तेवरी

सडकों पै मारपिटाई करते बर्बर आतताई
होते सरेआम उत्पात दरोगा ठाड़ो देखै |

हाथों में छुरी तमंचे जन को लूट रहे नित गुंडे
गोदें चाहे जिसका गात दरोगा ठाड़ो देखै |

गलियों में खड़े लफंगे ताकें नारीतन को नंगे
अब है चीरहरण दिनरात दरोगा ठाड़ो देखै |

देती है आग दिखाई बस्ती को फूंकें दंगाई
धर्म पै अति हिंसक जज़्बात दरोगा ठाड़ो देखै |
+रमेशराज

Language: Hindi
315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तन्हाई
तन्हाई
Sidhartha Mishra
फितरत
फितरत
Anujeet Iqbal
वो जहां
वो जहां
हिमांशु Kulshrestha
"आशिकी ने"
Dr. Kishan tandon kranti
2925.*पूर्णिका*
2925.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अभी दिल भरा नही
अभी दिल भरा नही
Ram Krishan Rastogi
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
परिवर्तन
परिवर्तन
लक्ष्मी सिंह
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
Neerja Sharma
मेरा शहर
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
उत्कृष्टता
उत्कृष्टता
Paras Nath Jha
ताजन हजार
ताजन हजार
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
ठुकरा दिया है 'कल' ने आज मुझको
ठुकरा दिया है 'कल' ने आज मुझको
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-518💐
💐प्रेम कौतुक-518💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इलेक्शन ड्यूटी का हौव्वा
इलेक्शन ड्यूटी का हौव्वा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
■ बड़ा सच...
■ बड़ा सच...
*Author प्रणय प्रभात*
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सपने जब तक पल रहे, उत्साही इंसान【कुंडलिया】
सपने जब तक पल रहे, उत्साही इंसान【कुंडलिया】
Ravi Prakash
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ Rãthí
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शिक्षार्थी को एक संदेश🕊️🙏
शिक्षार्थी को एक संदेश🕊️🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
Loading...