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3 May 2017 · 1 min read

लोकशैली में तेवरी

नारे थे यहाँ स्वदेशी के
हम बने विदेशी माल , सुन लाल !

अपने हैं ढोल नगाड़े पर
ये मढ़े चीन की खाल , सुन लाल !

हम गदगद अपने बागों में
अब झूले चीनी डाल , सुन लाल |

हम वो संगीत शास्त्री हैं
स्वर में अमरीकी ताल , सुन लाल !
+रमेशराज

Language: Hindi
265 Views
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