Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2017 · 1 min read

लगती नाजुक फूल सी

रिश्तों मे दिखता नही,.वहाँ जरा भी चाव !
जहाँ दिलों मे प्यार का,जलता नही अलाव !
किया नही इस बात पर,जल्दी अगर विचार,
हो जाता है एक दिन,आपस मे टकराव! !

यूं झाके हैं चाँदनी,….चंदा की ले ओट !
दिल मे जैसे आ गया,उसके कोई खोट!
है ये धोखा आँख का,या समझू कुछ और,
लगती नाजुक फूल सी,कभी लगे अखरोट! !
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 292 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
Shekhar Chandra Mitra
गौमाता को पूजिए, गौ का रखिए ध्यान (कुंडलिया)
गौमाता को पूजिए, गौ का रखिए ध्यान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ऐ मोहब्बत तेरा कर्ज़दार हूं मैं।
ऐ मोहब्बत तेरा कर्ज़दार हूं मैं।
Phool gufran
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
होली
होली
Kanchan Khanna
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ना सातवें आसमान तक
ना सातवें आसमान तक
Vivek Mishra
पहचान
पहचान
Seema gupta,Alwar
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
Arvind trivedi
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
हर कसौटी पर उसकी मैं खरा उतर जाऊं.........
कवि दीपक बवेजा
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
कृष्णकांत गुर्जर
हिन्दी दोहा लाड़ली
हिन्दी दोहा लाड़ली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कितना तन्हा
कितना तन्हा
Dr fauzia Naseem shad
The Huge Mountain!
The Huge Mountain!
Buddha Prakash
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
Neeraj Agarwal
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
मां
मां
Manu Vashistha
■ धूर्तता का दौर है जी...
■ धूर्तता का दौर है जी...
*Author प्रणय प्रभात*
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
एक बार फिर...
एक बार फिर...
Madhavi Srivastava
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
3172.*पूर्णिका*
3172.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन !
जीवन !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
💐प्रेम कौतुक-168💐
💐प्रेम कौतुक-168💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"अहसासों का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...