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21 Jul 2017 · 1 min read

रोमांच

रोमांच

बदन संगमरमर है या तराशा हुआ टुकड़ा कांच सा
शबनम की बूँद ढले तो लगे है तपता कनक आंच सा
नजर है की उसके उत्कृष्ट बदन पर ठहरती ही नहीं
निहारे जो भी उस अनुठे सौंदर्य को लगे रोमांच सा !!

!
!
!
डी के निवातिया ……!!

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 582 Views
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