Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2016 · 1 min read

रावण

हर वर्ष जलाते है रावण
फिर भी जिन्दा है रावण
वो तो केवल एक रावण
आज कल तो है अनगिनत
छदम वेष आज में घूमता है
जन -जन का त्रास करता है

नई सुरक्षित है आधुनिक सीता
भाती नहीं है रावण को गीता
उपदेश उसको देना है बेकार
समझाना है उसको तिरस्कार
नहीं आज सीते के पास कोई
हैं सुरक्षित अभेदी लक्ष्मण रेखा

आज जरूरत नहीं रावण को
कोई छदम वेष रखने की
वो तो दम्भ भर करता है हरण
चलती फिरती सीता का
न ही भय उसको लोक लज्जा का
क्योंकि वह है पापी निर्भर

वो रावन फिर भी अच्छा
मर्यादा सदाचार में बँधा
नहीं रखा उसने सीते को महल में
ठहराया उसे अशोक वाटिका में
वो केवल जाता था मिलने
आन मान का रखता था ध्यान
आज सरेआम रावन करता
चीर हरण किसी सीता का
कैसी है यह मानवता की गरिमा
नहीं डरता है वो अनुशासन से
रोज तरूणियों से लूटपाट
करना ही है उसके काम

ऐसे ही रावण रहा सक्रिय धरा पर
वो दिन दूर नही होगा जब
जब सीते रखेगी रणचण्डी रूप
रावण होगा नतमस्तक भैरों सदृश
सीते हो सावित्री हो या अनुसूया
मान सम्मान है सबको प्यारा

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
73 Likes · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
💐💐वो न आकर भी कई बार चले गए💐💐
💐💐वो न आकर भी कई बार चले गए💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
असली पंडित नकली पंडित / MUSAFIR BAITHA
असली पंडित नकली पंडित / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
फ़ितरतन
फ़ितरतन
Monika Verma
मैं एक खिलौना हूं...
मैं एक खिलौना हूं...
Naushaba Suriya
बदलता चेहरा
बदलता चेहरा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
★दाने बाली में ★
★दाने बाली में ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
कवि रमेशराज
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Stop cheating on your future with your past.
Stop cheating on your future with your past.
पूर्वार्थ
एक मुल्क बरबाद हो रहा है।
एक मुल्क बरबाद हो रहा है।
Taj Mohammad
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कजरी
कजरी
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
■ कटाक्ष...
■ कटाक्ष...
*Author प्रणय प्रभात*
और चौथा ???
और चौथा ???
SHAILESH MOHAN
धन्यवाद कोरोना
धन्यवाद कोरोना
Arti Bhadauria
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Neelam Sharma
✍️ D. K 27 june 2023
✍️ D. K 27 june 2023
The_dk_poetry
अधि वर्ष
अधि वर्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नैया फसी मैया है बीच भवर
नैया फसी मैया है बीच भवर
Basant Bhagawan Roy
खुल के सच को अगर कहा जाए
खुल के सच को अगर कहा जाए
Dr fauzia Naseem shad
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
* बच्चा-बच्चा भारत का अब सच्चा आयुध-धारी हो 【मुक्तक】*
* बच्चा-बच्चा भारत का अब सच्चा आयुध-धारी हो 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
भ्रम
भ्रम
Shyam Sundar Subramanian
2411.पूर्णिका
2411.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आदिपुरुष फ़िल्म
आदिपुरुष फ़िल्म
Dr Archana Gupta
दिल टूट गईल
दिल टूट गईल
Shekhar Chandra Mitra
Loading...