Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2016 · 1 min read

राजनीति का गिरता स्तर

राजनीति का स्तर देखो गिरने की कोई लिमिट नहीँ है ।
एक सिपाही मरा सड़क पर ड्रामा करना हमे यहीं है
हमसे बड़ा हितैषी उसका आज देश में कोई नहीँ है ।
क्या कानून नियम कोई टूटे मुझको इसकी फिकर नहीँ है ॥
ओ आर ओ पी क्या है देखो इसकी मुझको ख़बर नहीँ है ।
मै हूँ नेता राजनीति करना मेरा तो बस धर्म यहीं है ॥

विजय बिज़नोरी

Language: Hindi
3 Likes · 326 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from विजय कुमार अग्रवाल
View all
You may also like:
राज्याभिषेक
राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
समझदारी ने दिया धोखा*
समझदारी ने दिया धोखा*
Rajni kapoor
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
यादों में ज़िंदगी को
यादों में ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
बैठकर अब कोई आपकी कहानियाँ नहीं सुनेगा
बैठकर अब कोई आपकी कहानियाँ नहीं सुनेगा
DrLakshman Jha Parimal
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संचित सब छूटा यहाँ,
संचित सब छूटा यहाँ,
sushil sarna
कौन हो तुम
कौन हो तुम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
Ravi Prakash
श्री राम राज्याभिषेक
श्री राम राज्याभिषेक
नवीन जोशी 'नवल'
मुकाम
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐अज्ञात के प्रति-47💐
💐अज्ञात के प्रति-47💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जग मग दीप  जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
जग मग दीप जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ खो गया, तो कुछ मिला भी है
कुछ खो गया, तो कुछ मिला भी है
Anil Mishra Prahari
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वाणी से उबल रहा पाणि
वाणी से उबल रहा पाणि
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शेरे-पंजाब
शेरे-पंजाब
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
देखो भालू आया
देखो भालू आया
Anil "Aadarsh"
" पाती जो है प्रीत की "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है ।
पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है ।
Neelam Sharma
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
Poonam Matia
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
कवि दीपक बवेजा
तुम पतझड़ सावन पिया,
तुम पतझड़ सावन पिया,
लक्ष्मी सिंह
अनगढ आवारा पत्थर
अनगढ आवारा पत्थर
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
नारी का अस्तित्व
नारी का अस्तित्व
रेखा कापसे
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
Shyam Sundar Subramanian
बेवफा
बेवफा
Neeraj Agarwal
Loading...