Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2017 · 1 min read

राखी

राखी हाइकु

स्नेह की डोरी,
अटूट ये बंधन,
नींव गहरी।

रेशमी धागा,
विश्वास बहन का,
हृदय स्पर्शी।

नीचे सूत है,
ऊपर से रेशमी,
प्रेम की डोरी।

स्नेह का धागा,
अनुज अग्रज को,
बांधे बहना।

पवित्र रिश्ता,
बांधते धागे कच्चे,
रक्षाबंधन।

भ्रात,तात रे,
तुमसे हैं सजती,
खुशियां सारी।

आया सु दिन,
नीरज व पवन,
मान रखना।

नीलम बांधे,
सपना सुदेश भी,
प्रीत की डोरी।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
484 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
बढ़ रही नारी निरंतर
बढ़ रही नारी निरंतर
surenderpal vaidya
धरा
धरा
Kavita Chouhan
सभी कहें उत्तरांचली,  महावीर है नाम
सभी कहें उत्तरांचली, महावीर है नाम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Dr. Arun Kumar Shastri
Dr. Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#आज_का_नारा
#आज_का_नारा
*Author प्रणय प्रभात*
सोशलमीडिया
सोशलमीडिया
लक्ष्मी सिंह
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
हे अयोध्या नाथ
हे अयोध्या नाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
स्मृतियों की चिन्दियाँ
स्मृतियों की चिन्दियाँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आज का चिंतन
आज का चिंतन
निशांत 'शीलराज'
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
Sanjay ' शून्य'
!...............!
!...............!
शेखर सिंह
ना होगी खता ऐसी फिर
ना होगी खता ऐसी फिर
gurudeenverma198
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
कारगिल दिवस पर
कारगिल दिवस पर
Harminder Kaur
💐प्रेम कौतुक-384💐
💐प्रेम कौतुक-384💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
घाटे का सौदा
घाटे का सौदा
विनोद सिल्ला
"मकसद"
Dr. Kishan tandon kranti
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
Dheerja Sharma
नारी तुम
नारी तुम
Anju ( Ojhal )
SUCCESS : MYTH & TRUTH
SUCCESS : MYTH & TRUTH
Aditya Prakash
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
आज़ाद जयंती
आज़ाद जयंती
Satish Srijan
मेरी शायरी
मेरी शायरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हर पल
हर पल
Neelam Sharma
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
VINOD CHAUHAN
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
Sapna Arora
ढोंगी बाबा
ढोंगी बाबा
Kanchan Khanna
Loading...