Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2016 · 1 min read

ये फोज़ी हर बार लड़ा करते हैं– जितेन्द्र कमल आनंद ( ५१)

रुबाई ::
———–
ये फौज़ी हर बार लड़ा करते हैं ।
हथियारों पर धार धरा करते हैं ।
कब करते परवाह ‘ कमल ‘ जीवन की।
ये वीर गति को प्राप्त हुअ करते हैं ।।५१!!

—– जितेन्द्र कमल आनंद

Language: Hindi
1 Comment · 385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
.
.
Amulyaa Ratan
Ek din ap ke pas har ek
Ek din ap ke pas har ek
Vandana maurya
Kalebs Banjo
Kalebs Banjo
shivanshi2011
*समझौता*
*समझौता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चन्द फ़ितरती दोहे
चन्द फ़ितरती दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सब स्वीकार है
सब स्वीकार है
Saraswati Bajpai
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
The_dk_poetry
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कोई तो है
कोई तो है
ruby kumari
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
*आई सदियों बाद है, राम-नाम की लूट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
तब तात तेरा कहलाऊँगा
तब तात तेरा कहलाऊँगा
Akash Yadav
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
न दिखावा खातिर
न दिखावा खातिर
Satish Srijan
हमें याद है ९ बजे रात के बाद एस .टी .डी. बूथ का मंजर ! लम्बी
हमें याद है ९ बजे रात के बाद एस .टी .डी. बूथ का मंजर ! लम्बी
DrLakshman Jha Parimal
हमारे हाथ से एक सबक:
हमारे हाथ से एक सबक:
पूर्वार्थ
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"जुबांँ की बातें "
Yogendra Chaturwedi
■ एम है तो एम है।
■ एम है तो एम है।
*Author प्रणय प्रभात*
पाप का भागी
पाप का भागी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
यह धरती भी तो
यह धरती भी तो
gurudeenverma198
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
Shweta Soni
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
गिरगिट को भी अब मात
गिरगिट को भी अब मात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ईश्वर नाम रख लेने से, तुम ईश्वर ना हो जाओगे,
ईश्वर नाम रख लेने से, तुम ईश्वर ना हो जाओगे,
Anand Kumar
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...