Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

यार मुबारक ईद….: दोहे

‘यार मुबारक ईद..’
_________________________________

बेकसूर का ही गला, काट रहा ईमान.
आयत पढ़ें कुरान की, तभी बचेगी जान..

जिनको मानव बम बना, भेजा हिन्दुस्तान.
वही मदीने को जला रहे क्रूर शैतान..

अलबेले अंदाज की, दुनिया बनी मुरीद.
ढाका में बकरीद बन, हुई मुबारक ईद..

गला काटना छोड़कर, गले मिले इंसान.
मज़हब हो इंसानियत, कहती यही कुरान..

वतनपरस्ती की सदा, अपनों से उम्मीद.
रहें सनातन हम सभी, यार मुबारक ईद..
________________________________
सप्रेम …..
अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
______________________

Language: Hindi
256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!! शब्द !!
!! शब्द !!
Akash Yadav
*देना इतना आसान नहीं है*
*देना इतना आसान नहीं है*
Seema Verma
💐प्रेम कौतुक-285💐
💐प्रेम कौतुक-285💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
किसी से बाते करना छोड़ देना यानि की त्याग देना, उसे ब्लॉक कर
किसी से बाते करना छोड़ देना यानि की त्याग देना, उसे ब्लॉक कर
Rj Anand Prajapati
वह दे गई मेरे हिस्से
वह दे गई मेरे हिस्से
श्याम सिंह बिष्ट
*देश के  नेता खूठ  बोलते  फिर क्यों अपने लगते हैँ*
*देश के नेता खूठ बोलते फिर क्यों अपने लगते हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ईश्वर का जाल और मनुष्य
ईश्वर का जाल और मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
सुरक्षित भविष्य
सुरक्षित भविष्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरे नयनों में जल है।
मेरे नयनों में जल है।
Kumar Kalhans
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
** पहचान से पहले **
** पहचान से पहले **
surenderpal vaidya
कितनी सहमी सी
कितनी सहमी सी
Dr fauzia Naseem shad
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
Gouri tiwari
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/77.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्
सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्
Sanjay ' शून्य'
कबूतर
कबूतर
Vedha Singh
जो दिल के पास रहते हैं
जो दिल के पास रहते हैं
Ranjana Verma
"भावना" इतनी
*Author प्रणय प्रभात*
अतीत
अतीत
Neeraj Agarwal
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
पूर्वार्थ
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
Yogendra Chaturwedi
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"मेरी कलम से"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार
प्यार
लक्ष्मी सिंह
पर्दाफाश
पर्दाफाश
Shekhar Chandra Mitra
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मेरे जाने के बाद ,....
मेरे जाने के बाद ,....
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...