**याद करीह हमें याद अईह बलम**
दूर जाके ना हमके भुलईह सनम
याद करीह हमे याद अईह बलम।
तु बीछड़ के ना रतीया बीतई सजन
याद करीह हमें याद अईह बलम।
मन तोहसे मिलल , रूप हमरो खिलल
प्यार में तोहरे जीनगी के हर सुख मिलल,
अब ना जीनगी के सुखवा मीटईह सनम
याद करीह हमे याद अईह बलम।
हमरे जीनगी के तुही त गहना बलम
तोहपे जीवन निछावर तु ले ल कसम।
फूल नेहीया के फिर से खीलईह सनम
याद करीह हमें याद अईह बलम।
तोहरे नैनन से नेहीया जो बरसे पीया
तोहे देखे बदे सईंया तरसे जीया,
सपना हीयरा के फीरसे पुरईह सनम,
याद करीह हमें, याद अईह बलम।
पग महावर लगल, हाथ मेहंदी रचल
बीन तोहरे सजन सब ई बा बेअसर,
हमरे गजरा के फुलवा तु बनीह सनम
याद करीह हमे, याद अईह बलम।
जबसे मीलल हमें मन ई तोहर भईल
मुफ्त में उम्र भर के जलन मिम गईल,
ई विरह वेदना के चुरईह सनम
याद करीह हमें याद अईह बलम।
तुही जीनगी के हमरा रहलअ सोलह श्रृंगार
हमरे गरवा के पीअऊ तु नवलखा हार,
रूप हमरो निखरीह सजईह सनम,
याद करीह हमें याद अईह बलम।
©®पं. संजीव शुक्ल “सचिन”