Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2016 · 1 min read

याद इक किस्सा पुराना आ गया

याद इक किस्सा पुराना आ गया।
सामने बीता ज़माना आ गया।

अब न कोई देख उनको पाएगा
आँसुओं को मनाना आ गया।

जीतने का था हुनर उसको पता
यूं उसे हमको सताना आ गया।

क्यों समझ पाया न दिल की बात यह
अब समय संग बस भुलाना आ गया।

ज़ख्म हैं गहरे बहुत ही यह अभी
हौंसलों से खुद सजाना आ गया।।।
कामनी गुप्ता ***

1 Like · 9 Comments · 557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
हार जाते हैं
हार जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
Manoj Mahato
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
Sanjay ' शून्य'
होली है!
होली है!
Dr. Shailendra Kumar Gupta
एकदम सुलझे मेरे सुविचार..✍️🫡💯
एकदम सुलझे मेरे सुविचार..✍️🫡💯
Ms.Ankit Halke jha
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
Anand Kumar
अपने साथ चलें तो जिंदगी रंगीन लगती है
अपने साथ चलें तो जिंदगी रंगीन लगती है
VINOD CHAUHAN
मुझे तारे पसंद हैं
मुझे तारे पसंद हैं
ruby kumari
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
साधा जिसने मौन को, पाता कभी न शोक (कुंडलिया)
साधा जिसने मौन को, पाता कभी न शोक (कुंडलिया)
Ravi Prakash
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अगर नाम करने का वादा है ठाना,
अगर नाम करने का वादा है ठाना,
Satish Srijan
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
Er. Sanjay Shrivastava
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"दीपावाली का फटाका"
Radhakishan R. Mundhra
नव्य उत्कर्ष
नव्य उत्कर्ष
Dr. Sunita Singh
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
Vishal babu (vishu)
"गुमनाम जिन्दगी ”
Pushpraj Anant
हे! नव युवको !
हे! नव युवको !
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Bundeli Doha-Anmane
Bundeli Doha-Anmane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"शाख का पत्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
वह पढ़ता या पढ़ती है जब
वह पढ़ता या पढ़ती है जब
gurudeenverma198
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
Loading...