Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2016 · 2 min read

मैं हिंदी हूँ

मैं हिंदी हूँ
✍✍✍✍

मैं हिन्दी हूँ ,मैं हिन्दी हूँ
भारत माँ के माथे की बिन्दी हूँ
हिन्दी मेरी सखि सखा प्रियतम है
मेरी चिर संग संगिनी अंगनि है
निखर निखर कर यौवन में आयी हूँ
तराश तराश कर शब्दों को लायी गई हूँ
मैं हिन्दी हूँ——–बिन्दी हूँ

संस्कृत मेरी आदि जगत जननी है
कई भाषाओं से मिक्स बनी रही हूँ
संस्कृति की वाहक वाहिनी मै ही हूँ
सबको सुसंस्कृत हर पल करती हूँ
मैं हिन्दी हूँ———बिन्दी हूँ

राष्ट्र भाषा सदा ही मैं कहलाती हूँ
सबके काज को हमेशा सँवारती हूँ
बच्चा तोतली बोलता है खुश हो जाती हूँ
हो नटखट अदा तो मैं खिलखिलाती हूँ
मैं हिन्दी हूँ——–बिन्दी हूँ

हिन्द देश की प्रगति मुझसे पनपती है
मेरे देश की अभिलाषाएँ इसी में पलती है
मेरे देश की अस्मिता और मेरी पहचान है
देश की आन बान शान मर्यादा भी यह है
मैं हिन्दी हूँ——–बिन्दी हूँ

कवियों ने गाया है हिन्दी अवधी खड़ी में
मीरा ने श्याम को गुनगुनाया इसी में
कबिरा ने पंचमेल खिचडी कर स्वाद बनाया
अपने गुरू को भी भी इसमें बुदबुदाया
मैं हिन्दी हूँ———बिन्दी हूँ

हिन्द देश में आये बाहरी लोग मेरे देश में
हिन्द को कर गये खाली बस भिखारी
आज भी देखों यही हाल मेरे भारत का
फिर मैं क्यों न हूँ बेहाल क्यों न सिसकूँ
मैं हिन्दी हूँ——-बिन्दी हूँ

साखी सबद रमैनी है अब बर्बादी पर
मैं फिर कैसे बढ़ता चलूँ आबादी पर
तुलसी सूर बेचारे से पन्नों में भजते
हिंदी साहित्य तहस नहस बर्बादी पर
मैं हिन्दी हूँ——-बिन्दी हूँ

प्रान्तीय झगड़े सदैव ही होते रहते है
भाषा के नाम पर जो सबको खलते है
तू तू मैं मैं का झगड़ा बंद नही होने वाला
सच्चा संवैधानिक दर्जा नहीं मिलने वाला
मैं हिन्दी हूँ———बिन्दी हूँ

अंग्रेजी टांग तोडती ,कुकुरमुत्ते सी लगती
उन्नति में पीछे देश को हरदम खदेड़ती है
देश मेरा फिर गुलाम लगने लगता है
परतन्त्रता की गिरफ्त पलने लगता है
मैं हिन्दी हूँ———बिन्दी हूँ

यदि ऐसा ही हाल रहा तो दिन दूर ना रहा
हम सब खो देंगें देश का तिरंगा ध्वज
बर्बाद मेरा फिर से विदेशियों के शासन में रहे
विदेशी कम्पनियाँ जड़ जमायेंगी
अठारह सौं सत्तावन की क्रान्ति को दोहरायेंगी
मैं हिन्दी हूँ———बिन्दी हूँ

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
69 Likes · 1 Comment · 2245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
वाचाल सरपत
वाचाल सरपत
आनन्द मिश्र
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
विमला महरिया मौज
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
मैं गहरा दर्द हूँ
मैं गहरा दर्द हूँ
'अशांत' शेखर
स्मृति प्रेम की
स्मृति प्रेम की
Dr. Kishan tandon kranti
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
Shekhar Chandra Mitra
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
है यही मुझसे शिकायत आपकी।
सत्य कुमार प्रेमी
फ़ासले जब भी
फ़ासले जब भी
Dr fauzia Naseem shad
Ab maine likhna band kar diya h,
Ab maine likhna band kar diya h,
Sakshi Tripathi
* तुम न मिलती *
* तुम न मिलती *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पता नहीं था शायद
पता नहीं था शायद
Pratibha Pandey
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
Shreedhar
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
तुम कहते हो की हर मर्द को अपनी पसंद की औरत को खोना ही पड़ता है चाहे तीनों लोक के कृष्ण ही क्यों ना हो
$úDhÁ MãÚ₹Yá
!! प्रेम बारिश !!
!! प्रेम बारिश !!
The_dk_poetry
परेशानियों से न घबराना
परेशानियों से न घबराना
Vandna Thakur
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चंद्रशेखर आज़ाद जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि
चंद्रशेखर आज़ाद जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि
Dr Archana Gupta
असली नकली
असली नकली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
■ आप भी करें कौशल विकास।😊😊
■ आप भी करें कौशल विकास।😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज़िंदगी का खेल है, सोचना समझना
ज़िंदगी का खेल है, सोचना समझना
पूर्वार्थ
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
इश्क खुदा का घर
इश्क खुदा का घर
Surinder blackpen
Loading...