Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2017 · 1 min read

मैं तुम्हारी हूँ चिरैया….

?करुण गीतिका?
मैं तुम्हारी हूँ चिरैया, नेह मुझपे वारना!
गर्भ में मैं पल रही हूँ, माँ मुझे मत मारना!
जन्म जब पाऊँ धरा पे, नाम ऊँचा मैं करूँ!
गर्व तुमको मात होगा, मान कुल का जब धरूँ!
पूछती इक प्रश्न तुमसे, माँ कभी बनती नहीं।
यदि तुम्हें भी मार नानी, अरु कभी जनती नहीं।
जो किया अहसान उसको, शीश पर अब धार लो!
गर्भ में मुझको जगह दो, जिंदगी उपहार दो।
अनन्या “श्री”

1 Like · 1 Comment · 273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*नहीं चाहता जन्म मरण का, फिर इस जग में फेरा 【भक्ति-गीत】*
*नहीं चाहता जन्म मरण का, फिर इस जग में फेरा 【भक्ति-गीत】*
Ravi Prakash
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
कवि दीपक बवेजा
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
मैं भारत हूं
मैं भारत हूं
Ms.Ankit Halke jha
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
Ram Krishan Rastogi
रे ज़िन्दगी
रे ज़िन्दगी
Jitendra Chhonkar
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
.....,
.....,
शेखर सिंह
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
Vaishaligoel
अपने दिल की कोई जरा,
अपने दिल की कोई जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
■ आज का आखिरी शेर।
■ आज का आखिरी शेर।
*Author प्रणय प्रभात*
थोपा गया कर्तव्य  बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
Seema Verma
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आओ हम मुहब्बत कर लें
आओ हम मुहब्बत कर लें
Shekhar Chandra Mitra
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
2510.पूर्णिका
2510.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
कुश्ती दंगल
कुश्ती दंगल
मनोज कर्ण
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
*** हमसफ़र....!!! ***
*** हमसफ़र....!!! ***
VEDANTA PATEL
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...