Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2017 · 1 min read

मेरी नींद आँखों से उड़ने लगी है

हवाएं बसंती बसंती जो चलने लगी हैं
चमन की ये कलियाँ निखरने लगी हैं

नही आरज़ू अब रही बिन तुम्हारे
मेरी जिंदगी तो भटकने लगी है

किया इस तरह से जिगर मेरा छलनी
मेरी आरज़ू भी कुचलने लगी हैं

बहुत खूबसूरत बला है मुहब्बत
जो पल पल में रंगत बदलने लगी है

न कमजोर समझो वो इक शेरनी है
हवाओं का रुख जो बदलने लगी हैं

हुआ क्या है मुझको कोई तो बता दो
मेरी नींद आंखों से उड़ने लगी है
17
लजा कर गिरी मेरे पहलू में आकर
अदा से वही फिर सिमटने लगी है
18
लगा चांद आया है आंगन में मेरे
के अब चांदनी भी उतरने लगी है
19
शज़र तो मुहब्बत के सूख चुके हैं
फसल नफ़रतों की तो उगने लगी है
20
नही रुकते आंसू निगाहों से उसकी
खतों को मेरे जब वो पढ़ने लगी है
21
नही पास आओ मुझे माफ कर दो
कि अब दूरियां अच्छी लगने लगी है
22
जो कल तक नहाती न थी हफ्ते भर तक
वो अब शीशे जैसी दमकने लगी है

222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2882.*पूर्णिका*
2882.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपना भी एक घर होता,
अपना भी एक घर होता,
Shweta Soni
श्याम दिलबर बना जब से
श्याम दिलबर बना जब से
Khaimsingh Saini
वफा माँगी थी
वफा माँगी थी
Swami Ganganiya
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
Radhakishan R. Mundhra
वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
*Author प्रणय प्रभात*
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल  ! दोनों ही स्थितियों में
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल ! दोनों ही स्थितियों में
Tarun Singh Pawar
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
गांव में छुट्टियां
गांव में छुट्टियां
Manu Vashistha
कहाॅं तुम पौन हो।
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मत देख कि कितनी बार  हम  तोड़े  जाते  हैं
मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं
Anil Mishra Prahari
बरसात की झड़ी ।
बरसात की झड़ी ।
Buddha Prakash
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
Arvind trivedi
दिल तेरी राहों के
दिल तेरी राहों के
Dr fauzia Naseem shad
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
gurudeenverma198
!!  श्री गणेशाय् नम्ः  !!
!! श्री गणेशाय् नम्ः !!
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
जब  सारे  दरवाजे  बंद  हो  जाते  है....
जब सारे दरवाजे बंद हो जाते है....
shabina. Naaz
वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
Manisha Manjari
पत्थरवीर
पत्थरवीर
Shyam Sundar Subramanian
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
Manoj Mahato
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
पूर्वार्थ
छुपा रखा है।
छुपा रखा है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
Loading...