Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2016 · 1 min read

मुझमे है तू …….

सोचु जो तुझे तो एक ख्वाईश सी लगती हो
मेरे लम्हों की इंतेहा नुमाइश सी लगती हो

मेरे तन्हाई के साथी सितारों सी लगती हो
एक नही दो नही मुझे हज़ारो में लगती हो

गरीब को जो मिले उस खाने सी लगती हो
शराबी को जो नचाये मयखाने सी लगती हो

बारिश की मीठी फुहार ठण्डी बूंदों सी लगती हो
प्यासे को मुश्किल से मिले वो दो बूंदों सी लगती हो

मेरी धड़कन हो तुम
रातो की तड़पन हो तुम
दिन का उजाला तुम
इश्क निराला तुम
मेरी जित में तुम
मेरी हार में तुम
मेरे लफ़्ज़ हो तुम
इज़हार भी तुम
मेरी शक्ति भी तुम
मेरी भक्ति भी तुम
मेरे राज़ भी तुम
माथे सजे ताज भी तुम
मेरे खयालो में तुम
उलझे सवालो में तुम
जो कभी न हो शांत
वो ब्वालो में तुम
मेरे अपनों में तुम
शैंकी के सपनो में तुम

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Comments · 593 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
अष्टम कन्या पूजन करें,
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
*अनगिनत किस्से-कहानी आम हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*अनगिनत किस्से-कहानी आम हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
अहसास
अहसास
Sangeeta Beniwal
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
पूर्वार्थ
सिखों का बैसाखी पर्व
सिखों का बैसाखी पर्व
कवि रमेशराज
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोस्त ना रहा ...
दोस्त ना रहा ...
Abasaheb Sarjerao Mhaske
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
मैंने बार बार सोचा
मैंने बार बार सोचा
Surinder blackpen
अपनी वाणी से :
अपनी वाणी से :
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
Shriyansh Gupta
💐प्रेम कौतुक-354💐
💐प्रेम कौतुक-354💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक्तक
मुक्तक
Er.Navaneet R Shandily
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर लेता है उसको दूसरा कोई कि
जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर लेता है उसको दूसरा कोई कि
Rj Anand Prajapati
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
स्वयंसिद्धा
स्वयंसिद्धा
ऋचा पाठक पंत
यकीन वो एहसास है
यकीन वो एहसास है
Dr fauzia Naseem shad
"शाम की प्रतीक्षा में"
Ekta chitrangini
दिल के जख्म
दिल के जख्म
Gurdeep Saggu
आप और हम जीवन के सच .......…एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच .......…एक प्रयास
Neeraj Agarwal
जल धारा में चलते चलते,
जल धारा में चलते चलते,
Satish Srijan
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
Vishal babu (vishu)
स्मृति शेष अटल
स्मृति शेष अटल
कार्तिक नितिन शर्मा
Loading...