Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2017 · 1 min read

दुविधा (मुक्तक)

सुना है भगवन कलियुग में तुम कल्कि रूप में आओगे
पापो से बोझिल वसुधा को पाप मुक्त करवाओगे
किन्तु एक दुविधा है भगवन, यहाँ एक नहीं कई रावण हैं
आखिर कैसे इन रावणों पे तुम धर्मध्वजा फहरावोगे।
…………
कई धर्म के पहरेदार यहाँ जो पाप के ही अनुयायी है
तन पे इनके हैं श्वेत वस्त्र मन कालिख भरा स्याही है
नित नया आडंबर करते है जैसे ये भक्त शिरोमणि हों
लेकिन हर दिन के कर्मों से लगते ये नित्य कसाई हैं।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
9560335952

Language: Hindi
480 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
बेटी को जन्मदिन की बधाई
बेटी को जन्मदिन की बधाई
लक्ष्मी सिंह
हां मैं दोगला...!
हां मैं दोगला...!
भवेश
प्रेम.......................................................
प्रेम.......................................................
Swara Kumari arya
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी MUSAFIR BAITHA
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
दोस्ती
दोस्ती
Kanchan Alok Malu
अभिनंदन डॉक्टर (कुंडलिया)
अभिनंदन डॉक्टर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
बेवफा
बेवफा
RAKESH RAKESH
मार्तंड वर्मा का इतिहास
मार्तंड वर्मा का इतिहास
Ajay Shekhavat
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
इतना ना हमे सोचिए
इतना ना हमे सोचिए
The_dk_poetry
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
राजनीति
राजनीति
Bodhisatva kastooriya
***
*** " तुम आंखें बंद कर लेना.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
किसान का दर्द
किसान का दर्द
Tarun Singh Pawar
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
बाल कहानी- डर
बाल कहानी- डर
SHAMA PARVEEN
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
साधना
साधना
Vandna Thakur
2825. *पूर्णिका*
2825. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
कुमार
गीता, कुरान ,बाईबल, गुरु ग्रंथ साहिब
गीता, कुरान ,बाईबल, गुरु ग्रंथ साहिब
Harminder Kaur
अनमोल जीवन
अनमोल जीवन
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
कार्तिक नितिन शर्मा
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
" तुम्हारे संग रहना है "
DrLakshman Jha Parimal
Loading...