Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2017 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक
*****

जहाँ इंसान बिकता है वहाँ किसका ठिकाना है।
फ़रेबी बात उल्फ़त में यहाँ करता ज़माना है।
समझ कर कीमती मुझको लगादीं बोलियाँ मेरी-
सिसकती आबरू कहती यही मेरा फ़साना है।

डॉ. रजनी अग्रवाल “वाग्देवी रत्ना”

Language: Hindi
1 Like · 478 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
जब आसमान पर बादल हों,
जब आसमान पर बादल हों,
Shweta Soni
Struggle to conserve natural resources
Struggle to conserve natural resources
Desert fellow Rakesh
आवारा पंछी / लवकुश यादव
आवारा पंछी / लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
💐Prodigy Love-28💐
💐Prodigy Love-28💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
बुद्धिमान बनो
बुद्धिमान बनो
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सत्य
सत्य
Dr.Pratibha Prakash
कहा तुमने कभी देखो प्रेम  तुमसे ही है जाना
कहा तुमने कभी देखो प्रेम तुमसे ही है जाना
Ranjana Verma
-- फिर हो गयी हत्या --
-- फिर हो गयी हत्या --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
Dr. Man Mohan Krishna
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
sushil sarna
ग़ज़ल- हूॅं अगर मैं रूह तो पैकर तुम्हीं हो...
ग़ज़ल- हूॅं अगर मैं रूह तो पैकर तुम्हीं हो...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
योग का एक विधान
योग का एक विधान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
2741. *पूर्णिका*
2741. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम्
दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम्
Radhakishan R. Mundhra
ज़िंदगी एक बार मिलती है
ज़िंदगी एक बार मिलती है
Dr fauzia Naseem shad
जब सावन का मौसम आता
जब सावन का मौसम आता
लक्ष्मी सिंह
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
सफर सफर की बात है ।
सफर सफर की बात है ।
Yogendra Chaturwedi
बंद लिफाफों में न करो कैद जिन्दगी को
बंद लिफाफों में न करो कैद जिन्दगी को
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
Dr MusafiR BaithA
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...