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26 Jul 2017 · 1 min read

मुक्तक

वक्त जाता है मगर खामोशी नहीं जाती!
तेरे हुस्न की कभी मदहोशी नहीं जाती!
फैली हुई है हरतरफ यादों की ख़ुशबू,
तेरी चाहतों की सरगोशी नहीं जाती!

मुक्तककार-#मिथिलेश_राय

Language: Hindi
353 Views
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