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26 Jun 2017 · 1 min read

मुक्तक

आज फिर मौसम में नमी सी आ रही है!
जिन्दगी में तेरी कमी सी आ रही है!
आ गया है रूबरू कारवाँ ख्यालों का,
यादों की लहर शबनमी सी आ रही है!

मुक्तककार – #मिथिलेश_राय’

Language: Hindi
193 Views
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