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20 Apr 2017 · 1 min read

मुक्तक

क़तआ
*******
मेरे जीवन पर तेरा अधिकार है
तेरे क़दमों में मेरा संसार है

देखी है जब से तेरी सूरत सनम
दिल पे मेरे न रहा इख़्तियार है

(2)
क़तआ
*******
प्यार जब से जुदा हो गया
दर्द का सिल सिला हो गया

बेवफ़ा को दिया था ये दिल
काम ऐसा बुरा हो गया

Language: Hindi
214 Views
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