Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2016 · 1 min read

पुष्प

रोशन बहार तू, दिलकश श्रृंगार तू
मौसम की अदा, भंवरे का प्यार तू
चंदन रंग खुशबू पराग सिंचित कर
पंखुड़ी खोले कोमल सा अकार तू।

Language: Hindi
450 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*घर-घर में अब चाय है, दिनभर दिखती आम (कुंडलिया)*
*घर-घर में अब चाय है, दिनभर दिखती आम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
धरा की प्यास पर कुंडलियां
धरा की प्यास पर कुंडलियां
Ram Krishan Rastogi
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
जोड़ तोड़ सीखा नही ,सीखा नही विलाप।
जोड़ तोड़ सीखा नही ,सीखा नही विलाप।
manisha
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
Aksar rishte wahi tikte hai
Aksar rishte wahi tikte hai
Sakshi Tripathi
कौन सुने फरियाद
कौन सुने फरियाद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
💐प्रेम कौतुक-409💐
💐प्रेम कौतुक-409💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रिश्तों का बदलता स्वरूप
रिश्तों का बदलता स्वरूप
पूर्वार्थ
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
इक्कीसवीं सदी की कविता में रस +रमेशराज
कवि रमेशराज
व्हाट्सएप के दोस्त
व्हाट्सएप के दोस्त
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हीं तुम हो.......!
तुम्हीं तुम हो.......!
Awadhesh Kumar Singh
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
Ajad Mandori
मैं
मैं
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
नई रीत विदाई की
नई रीत विदाई की
विजय कुमार अग्रवाल
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2547.पूर्णिका
2547.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*....आज का दिन*
*....आज का दिन*
Naushaba Suriya
Life is a rain
Life is a rain
Ankita Patel
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...