मायका ।
सुरेश शाम घर पहुँचा, सारे टीन-टप्पर इधर-उधर , पड़ोसी व पुलिस खोज में , नजर घूमी तो मालकिन बच्चों के साथ दिखी, आकर धीरे से बोली, मायके में बीमार माॅ को देखने गयी थी।ये ऑधी कब आई मालूम नहीं । सभी को राहत मिली ।
सुरेश शाम घर पहुँचा, सारे टीन-टप्पर इधर-उधर , पड़ोसी व पुलिस खोज में , नजर घूमी तो मालकिन बच्चों के साथ दिखी, आकर धीरे से बोली, मायके में बीमार माॅ को देखने गयी थी।ये ऑधी कब आई मालूम नहीं । सभी को राहत मिली ।