Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

मान नहीं

यार नही तो मान नहीं है
प्यार नहीं तो शान नहीं है

प्रिय मेरा साथ न हो फिर से
घर में कोई भी जान नहीं है

निभने में आती बाधाएँ
जिसका तुझको भान नहीं है

फूँक फूँक कर कदम रखो
जीवन में नुकसान नहीं है

हौसलें बुलन्द कभी हो गर
कोई राह अंजान नही है

प्रेम विकसता हो मन में जब
दिल का पंथ वीरान नही है

सच्चा कोई रहनुमा मिले
उससे बढ़ भगवान नही है

बहते अश्कों को जो पोछें
उससे बड़ा इंसान नही है

डॉ मधु त्रिवेदी

70 Likes · 289 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
यह तो अब तुम ही जानो
यह तो अब तुम ही जानो
gurudeenverma198
2670.*पूर्णिका*
2670.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
छुपा है सदियों का दर्द दिल के अंदर कैसा
छुपा है सदियों का दर्द दिल के अंदर कैसा
VINOD CHAUHAN
मुक्तक... छंद मनमोहन
मुक्तक... छंद मनमोहन
डॉ.सीमा अग्रवाल
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
संजय कुमार संजू
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वीर हनुमान
वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल
दिल
Er. Sanjay Shrivastava
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मकड़जाल से धर्म के,
मकड़जाल से धर्म के,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
लघुकथा क्या है
लघुकथा क्या है
आचार्य ओम नीरव
सेवा में,,,
सेवा में,,,
*Author प्रणय प्रभात*
मजदूर की बरसात
मजदूर की बरसात
goutam shaw
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
Amit Pandey
तेरे संग मैंने
तेरे संग मैंने
लक्ष्मी सिंह
नियति को यही मंजूर था
नियति को यही मंजूर था
Harminder Kaur
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
💐प्रेम कौतुक-495💐
💐प्रेम कौतुक-495💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"नया दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
Vishal babu (vishu)
Loading...