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11 Jul 2017 · 1 min read

माना कि आप सूरज हो मगर ढलते हुये

अपनों ने हमें जीने का नजरिया सिखा दिया।
ठोकरो ने हमें चलना सिखा दिया।
क्या हुआ जो छीन लिया आपने हौसला
पंखों ने हमें मंजिल पाना सिखा दिया।
माना कि आप सूरज हो मगर ढलते हुये
हालातों ने मुझे खुद से मिलना सिखा दिया।

पारसमणि अग्रवाल

Language: Hindi
350 Views
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