Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2016 · 1 min read

माता से बढ़कर नही गुरूवर कोई होय

जन्माष्टमी
**********
सलोने लाल को कान्हा जैसा मैंने बनाया है
उन्हीं की रूप सज़्ज़ा से उसे मैंने सजाया है
खिलाया हाथ से अपने बहुत ही प्यार से माखन
यशोदा देवकी से कम नहीं तब खुद को पाया है

डॉ अर्चना गुप्ता
शिक्षक दिवस
*************
माता से बढ़कर नही गुरूवर कोई होय
गुरु का मान करें सदा, संस्कार वो बोय ।
बचपन में जिसको मिले माँ से अच्छी सीख
उसको फिर संसार में हरा सके कब कोय

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद(उ प्र)

Language: Hindi
2 Comments · 272 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
Arvind trivedi
राम हमारी आस्था, राम अमिट विश्वास।
राम हमारी आस्था, राम अमिट विश्वास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
रामबाण
रामबाण
Pratibha Pandey
फर्श पर हम चलते हैं
फर्श पर हम चलते हैं
Neeraj Agarwal
जब एक ज़िंदगी
जब एक ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
"करिए ऐसे वार"
Dr. Kishan tandon kranti
अपार ज्ञान का समंदर है
अपार ज्ञान का समंदर है "शंकर"
Praveen Sain
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" तुम्हारे इंतज़ार में हूँ "
Aarti sirsat
17 जून 2019 को प्रथम वर्षगांठ पर रिया को हार्दिक बधाई
17 जून 2019 को प्रथम वर्षगांठ पर रिया को हार्दिक बधाई
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-317💐
💐प्रेम कौतुक-317💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
3222.*पूर्णिका*
3222.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क़
इश्क़
लक्ष्मी सिंह
दोहे- अनुराग
दोहे- अनुराग
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रत्याशी को जाँचकर , देना  अपना  वोट
प्रत्याशी को जाँचकर , देना अपना वोट
Dr Archana Gupta
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
Ram Krishan Rastogi
😢नारकीय जीवन😢
😢नारकीय जीवन😢
*Author प्रणय प्रभात*
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
पता ही नहीं चलता यार
पता ही नहीं चलता यार
पूर्वार्थ
"सुनो एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
फ़कत इसी वजह से पीछे हट जाते हैं कदम
फ़कत इसी वजह से पीछे हट जाते हैं कदम
gurudeenverma198
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
कवि दीपक बवेजा
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सब्जियां सर्दियों में
सब्जियां सर्दियों में
Manu Vashistha
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
Loading...