Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2016 · 1 min read

मनोविनोद…….

मनोविनोद ……

सुना है जोडियाँ स्वर्ग मे बनती है,
अगर यह वास्तविकता है तो……
वजिब है वहां भी हो घोटालो
और रिश्वत का बोलबाला …।
क्योकि——->>>
हमने तो यहां कई हूरो की किस्मत में लंगूर,
और कई बाँको को बंदरिया ..मिलते देखा है ।।

Language: Hindi
1 Comment · 601 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कानून लचर हो जहाँ,
कानून लचर हो जहाँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
Neelam Sharma
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
खंजर
खंजर
AJAY AMITABH SUMAN
नयन
नयन
डॉक्टर रागिनी
रेतीले तपते गर्म रास्ते
रेतीले तपते गर्म रास्ते
Atul "Krishn"
अपनी समझ और सूझबूझ से,
अपनी समझ और सूझबूझ से,
आचार्य वृन्दान्त
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
■ आज की बात...
■ आज की बात...
*Author प्रणय प्रभात*
** वर्षा ऋतु **
** वर्षा ऋतु **
surenderpal vaidya
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
इंसानियत का कत्ल
इंसानियत का कत्ल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मैं कुछ इस तरह
मैं कुछ इस तरह
Dr Manju Saini
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
2887.*पूर्णिका*
2887.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ महागौरी है नमन
माँ महागौरी है नमन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अध खिला कली तरुणाई  की गीत सुनाती है।
अध खिला कली तरुणाई की गीत सुनाती है।
Nanki Patre
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
यही प्रार्थना राखी के दिन, करती है तेरी बहिना
यही प्रार्थना राखी के दिन, करती है तेरी बहिना
gurudeenverma198
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
पूर्वार्थ
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह नहीं पाई,
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह नहीं पाई,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
🚩🚩 कृतिकार का परिचय/
🚩🚩 कृतिकार का परिचय/ "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
नारी शक्ति..................
नारी शक्ति..................
Surya Barman
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
ख़्वाबों की दुनिया
ख़्वाबों की दुनिया
Dr fauzia Naseem shad
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
निशांत 'शीलराज'
Loading...