Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2017 · 1 min read

मछली कैसे जीती जल में

मछली कैसे जीती जल में,
टीचर से पूछूँगी कल मैं।

जीना चाहूँ जो मैं जल में,
जान सकूँगी उसका हल मैं।

जो ऐसा सम्भव हो पाया,
तो मैं घूमूँगी जल-थल में।

मछली के संग होगी यारी,
दोस्त बनेंगे ढ़ेरों पल में।

सात समुन्दर पार करूँगी,
छू पाऊँगी सागर-तल मैं।

सागर का अनमोल,खजाना,
जा देखूँगी अपने बल, मैं।

…आनन्द विश्वास

Language: Hindi
548 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"मैं आग हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3232.*पूर्णिका*
3232.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे छेड़ो ना इस तरह
मुझे छेड़ो ना इस तरह
Basant Bhagawan Roy
दो शे'र ( चाँद )
दो शे'र ( चाँद )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हिंदी दिवस पर एक आलेख
हिंदी दिवस पर एक आलेख
कवि रमेशराज
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
अधूरेपन की बात अब मुझसे न कीजिए,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
लिखना चाहूँ  अपनी बातें ,  कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
गर लिखने का सलीका चाहिए।
गर लिखने का सलीका चाहिए।
Dr. ADITYA BHARTI
■
■ "टेगासुर" के कज़न्स। 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में,
राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में,
जगदीश शर्मा सहज
मस्ती का त्योहार है,
मस्ती का त्योहार है,
sushil sarna
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
एक श्वान की व्यथा
एक श्वान की व्यथा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
बुझी राख
बुझी राख
Vindhya Prakash Mishra
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
Dr Archana Gupta
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
gurudeenverma198
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
चेहरे के भाव
चेहरे के भाव
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*न जाने रोग है कोई, या है तेरी मेहरबानी【मुक्तक】*
*न जाने रोग है कोई, या है तेरी मेहरबानी【मुक्तक】*
Ravi Prakash
सुलगते एहसास
सुलगते एहसास
Surinder blackpen
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चार दिन की ज़िंदगी
चार दिन की ज़िंदगी
कार्तिक नितिन शर्मा
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
Loading...