Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2016 · 1 min read

मंजरी को चाहता हूँ ( गीत ) पोस्ट -२३

मंजरी को चाहता हूँ ( गीत )
तुम कली की मौत पर खुशियॉ मना लो भले ही पर,
मैं खिले फूलों महकतीं मंजरी को चाहता हूँ ।।

लहलहाते पादपों का कौन यह निष्ठुर बधिक है।
किया किसने इन सरों में नीर कम,दलदल अधिक है।
देखकर नीरज सुमन तुम तोड़ना यदि चाहते हो,
दूर से ही देखना मैं वनचरी को चाहता हूँ ।।

ठहर अब जाओ हवाओं!नीड़ बसते मत उजाड़ो
इस धराके घाव अब तुम| काटकर वन मत उघारो !
इन बबूलों के वनोंके शूल जिसके भी लिए हों,
पादपों पर मैं सरसती रसभरी को चाहता हूँ।।

हो रहा काला वदन है ताजका जो चिमनियों से
रक्त रुक रुक बह रहा है, क्यों ह्रदयकी धमनियों से ।
चिमनियों से फूटते इस धूम्र के स्वामी बनो तुम
मैं भरे भादों विचरती जलतरी को चाहता हुूँ ।।
मैं खिले फूलों महकतीं मंजरी को चाहता हूँ ।।

—- जितेंद्रकमलआनंद

Language: Hindi
Tag: गीत
392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
गुप्तरत्न
◆व्यक्तित्व◆
◆व्यक्तित्व◆
*Author प्रणय प्रभात*
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
तुम इश्क लिखना,
तुम इश्क लिखना,
Adarsh Awasthi
एक कहानी है, जो अधूरी है
एक कहानी है, जो अधूरी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हमारे अच्छे व्यवहार से अक्सर घृणा कर कोसते हैं , गंदगी करते
हमारे अच्छे व्यवहार से अक्सर घृणा कर कोसते हैं , गंदगी करते
Raju Gajbhiye
लघुकथा - एक रुपया
लघुकथा - एक रुपया
अशोक कुमार ढोरिया
फूलन देवी
फूलन देवी
Shekhar Chandra Mitra
रखिए गीला तौलिया, मुखमंडल के पास (कुंडलिया)
रखिए गीला तौलिया, मुखमंडल के पास (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सीख लिया मैनै
सीख लिया मैनै
Seema gupta,Alwar
आफत की बारिश
आफत की बारिश
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मन को मना लेना ही सही है
मन को मना लेना ही सही है
शेखर सिंह
कहा किसी ने
कहा किसी ने
Surinder blackpen
एक समय वो था
एक समय वो था
Dr.Rashmi Mishra
तेरे दरबार आया हूँ
तेरे दरबार आया हूँ
Basant Bhagawan Roy
क्यों हिंदू राष्ट्र
क्यों हिंदू राष्ट्र
Sanjay ' शून्य'
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो
अनिल कुमार
*** मन बावरा है....! ***
*** मन बावरा है....! ***
VEDANTA PATEL
टमाटर का जलवा ( हास्य -रचना )
टमाटर का जलवा ( हास्य -रचना )
Dr. Harvinder Singh Bakshi
देख रहा था पीछे मुड़कर
देख रहा था पीछे मुड़कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
Jyoti Khari
पापा
पापा
Kanchan Khanna
A Little Pep Talk
A Little Pep Talk
Ahtesham Ahmad
💐प्रेम कौतुक-249💐
💐प्रेम कौतुक-249💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आपस की दूरी
आपस की दूरी
Paras Nath Jha
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
Loading...