Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

भैया

?????
दूर होकर भी पास,
मुलायम दुब पर
शबनमी एहसास हैं भैया ।
?????
छलके मेरी आँखों में,
यादों के झरोखों में,
बसा संसार है भैया ।
?????
सारी खुशियाँ जिसमें मिल गए,
पंखुड़ी – पंखुड़ी सहेजे गए,
सतत् व्यवहार हैं भैया ।
?????
रूठे भी तो मुकर जाते हैं,
जो टूटे तो बिखर जाते हैं,
फूलों का ऐसा पराग हैं भैया ।
?????
बेवजह रूठना,
खुद ही मान जाना,
कभी गुस्सा, तो
कभी प्यार हैं भैया ।
?????
ये बंधन नेह से भरा,
कच्चे – धागे सूत का,
राखी का त्योहार हैं भैया ।
?????
मधुर, पावन, निश्छल,
माँ के मन सा कोमल,
पिता सा दुलार हैं भैया ।
?????
—लक्ष्मी सिंह ???

Language: Hindi
494 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
यूँ ही नही लुभाता,
यूँ ही नही लुभाता,
हिमांशु Kulshrestha
ज़रूरत के तकाज़ो पर
ज़रूरत के तकाज़ो पर
Dr fauzia Naseem shad
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
'अशांत' शेखर
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
चुनावी चोचला
चुनावी चोचला
Shekhar Chandra Mitra
मकसद ......!
मकसद ......!
Sangeeta Beniwal
"रंग और पतंग"
Dr. Kishan tandon kranti
चॅंद्रयान
चॅंद्रयान
Paras Nath Jha
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Neeraj Agarwal
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
Shiva Awasthi
अरमां (घमण्ड)
अरमां (घमण्ड)
umesh mehra
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
निलय निकास का नियम अडिग है
निलय निकास का नियम अडिग है
Atul "Krishn"
योग इक्कीस जून को,
योग इक्कीस जून को,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2972.*पूर्णिका*
2972.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ इन दिनों...
■ इन दिनों...
*Author प्रणय प्रभात*
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
कवि रमेशराज
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
Babli Jha
मच्छर
मच्छर
लक्ष्मी सिंह
गुमशुदा लोग
गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*खाते कम हैं फेंकते, ज्यादा हैं कुछ लोग  (कुंडलिया)*
*खाते कम हैं फेंकते, ज्यादा हैं कुछ लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
Loading...