Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2017 · 1 min read

भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है

भारत पर स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
विश्वबंधु-दीपक बन जलने वाला सुंदर -प्यारा है

लक्ष्मीबाई की कृपाण ने देख फिरंगी को मारा
मंगल पांडे,भगत सिंह औ राजगुरू ले ललकारा
तात्याटोपे, खुदीराम के खूँ का मिला सहारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है

वीर चंद्रशेखर की गर्जन, हिला रही शासन- डेरा
मोड सके ना मेरी बाहों को बैरी है जो मेरा
देश हेतु अर्पित कर निज तन सबका बना दुलारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है

हृदय हमारा भाव है लेकिन, दिव्य सजगता मेरा धन
मातृधरणि पर सदा निछावर किया युवाओं ने निज तन
दिव्य प्रेम की मूरत हम, पर यम भी हम से हारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है

ऋषि-मुनि मेरे दिव्य प्रेम के वृहत् रुप को जान गए
मोह त्यागकर जागा अर्जुन, सजग ज्ञान पहचान गए
गीता रुपी ज्ञान सुधा दे ,कृष्ण आँख का तारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
विश्वबंधु-दीपक बन जलने बाला सुंदर-प्यारा है
————————

✓ २०१३ में जे एम डी पब्लिकेशन नई दिल्ली से प्रकाशित मेरी कृति “जागा हिंदुस्तान चाहिए” काब्य संग्रह का गीत।

✓उक्त रचना को साहित्यपीडिया पब्लिसिंग से प्रकाशित मेरी उक्त कृति “जागा हिंदुस्तान चाहिए” काव्य संग्रह के द्वितीय संस्करण के अनुसार परिष्कृत किया गया है।

✓”जागा हिंदुस्तान चाहिए” काव्य संग्रह का द्वितीय संस्करण New cover and new ISBN के साथ साहित्यपीडिया पब्लिसिंग, नोएडा, भारतवर्ष से प्रकाशित है एवं अमेजोन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।

पं बृजेश कुमार नायक

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 1 Comment · 1305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
गुब्बारा
गुब्बारा
लक्ष्मी सिंह
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
Shekhar Chandra Mitra
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
संजीव शुक्ल 'सचिन'
चंद हाईकु
चंद हाईकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हर गम छुपा लेते है।
हर गम छुपा लेते है।
Taj Mohammad
इस दुनिया के रंगमंच का परदा आखिर कब गिरेगा ,
इस दुनिया के रंगमंच का परदा आखिर कब गिरेगा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सम पर रहना
सम पर रहना
Punam Pande
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
Rj Anand Prajapati
✍️ D. K 27 june 2023
✍️ D. K 27 june 2023
The_dk_poetry
युद्ध के विरुद्ध कुंडलिया
युद्ध के विरुद्ध कुंडलिया
Ravi Prakash
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
Prof Neelam Sangwan
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
सत्य खोज लिया है जब
सत्य खोज लिया है जब
Buddha Prakash
💐प्रेम कौतुक-331💐
💐प्रेम कौतुक-331💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हारी छवि...
तुम्हारी छवि...
उमर त्रिपाठी
चाय ही पी लेते हैं
चाय ही पी लेते हैं
Ghanshyam Poddar
"जून की शीतलता"
Dr Meenu Poonia
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
वक्त
वक्त
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
विद्रोही प्रेम
विद्रोही प्रेम
Rashmi Ranjan
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ब्याहता
ब्याहता
Dr. Kishan tandon kranti
सबके साथ हमें चलना है
सबके साथ हमें चलना है
DrLakshman Jha Parimal
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
Jyoti Khari
नेताजी (कविता)
नेताजी (कविता)
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
Loading...