Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2017 · 1 min read

~~ भँवरे का प्रेम~~~

इक चाहत के पीछे
भंवरा कुर्बान
होने को बेताब
हो गया
न जलने का गम
न मरने का डर
वो तो उस चाहत में
मदहोश हो गया….

खो गया न सूझता कुछ
अपने परो से भी कर बैठा
दुश्मनी,
भूल गया
इस दुनिया को
और वो उसमें खो गया…..

कितना अमर प्रेम है उसका
उस लौ में जलने को
उस की चाहत में रमने को
और खुद को समर्पित करने को
यह इश्क है ,वो उस में डूब गया …
,
चाहे वो हो रब के लिए
या हो किसी मानव के लिए
बहुत कुछ सीखा जाता है
उस का यह प्रेम से अपने
प्राणों को समर्पित करके
दुनिया से चले जाना….

बस प्रेम करो तो
भँवरे की तरह,
वरना मत करो
मतलब के लिए
बस यही था मुझ को
सब को समझाना
कर लिया तो भाव से
वो पार हो गया !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
437 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
बचपन,
बचपन, "बूढ़ा " हो गया था,
Nitesh Kumar Srivastava
भगतसिंह का आख़िरी खत
भगतसिंह का आख़िरी खत
Shekhar Chandra Mitra
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
शिल्पी सिंह बघेल
शांति तुम आ गई
शांति तुम आ गई
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*रोने का प्रतिदिन करो, जीवन में अभ्यास【कुंडलिया】*
*रोने का प्रतिदिन करो, जीवन में अभ्यास【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
"दो पहलू"
Yogendra Chaturwedi
तेरी यादों की खुशबू
तेरी यादों की खुशबू
Ram Krishan Rastogi
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
surenderpal vaidya
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
कवि रमेशराज
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐंचकताने    ऐंचकताने
ऐंचकताने ऐंचकताने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐अज्ञात के प्रति-29💐
💐अज्ञात के प्रति-29💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
3144.*पूर्णिका*
3144.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
Anil chobisa
I thought you're twist to what I knew about people of modern
I thought you're twist to what I knew about people of modern
नव लेखिका
आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,
आज कल कुछ इस तरह से चल रहा है,
kumar Deepak "Mani"
अपने
अपने "फ़ास्ट" को
*Author प्रणय प्रभात*
भुला ना सका
भुला ना सका
Dr. Mulla Adam Ali
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
Dr Shweta sood
जल सिंधु नहीं तुम शब्द सिंधु हो।
जल सिंधु नहीं तुम शब्द सिंधु हो।
कार्तिक नितिन शर्मा
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
रेखा कापसे
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
धूम भी मच सकती है
धूम भी मच सकती है
gurudeenverma198
Loading...