Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2017 · 1 min read

***बेटी के दोहे***

**बेटी के दोहे*****

1) बांटें खुशी जहान को,बोले मीठे बोल
कन्या फिर क्यूं बोझ है,बोल जिन्दगी बोल।
2) चलती फिरतीलक्ष्मी ,घर आंगन की शान
होती जिस घर बेटियां उसका तीर्थ जहान।
3) बेटे की रख कामना,बेटी मारे बाप
कैसा बेटा दे खुदा,कमा रहा जो पाप।
4) बेटी की हत्या करे,बेटे खातिर बाप
कुलदीपक के नाम पर कैसे कैसे पाप।
5) बेटे खातिर कर रहे जो बेटी का खून
ढूंढे से भी ना मिले, उनको कहीं सूकून।
6) मानव तेरे कर्म को धरा रही धिक्कार
देवी कहता है जिसे,रहा गर्भ मे मार।
7) आया कहां समाज में अब तक भी बदलाव,
मात पिता ही कर रहे कन्या संग दुराव।
8) बेटे से कम आंक कर मत कर देना तू भूल
खुशबू दे जो उम्रभर बेटी ऐसा फूल।
9) पालक भी करने लगे सौतेला व्यवहार
बेटी से ज्यादा करे वो बेटे से प्यार ।
10) नारी पर होनेलगे पग पग अत्याचार
नही सुरक्षित कोख में,शक्तिका अवतार।
11) भूल करी थी कंस ने,कन्या दी थी मार,
केशव ने उस दुष्ट को, दिया मौत उपहार।
12) कन्या की हत्या करे,कहलावे वो कंस,
बेटी को ना मारना,मिट जाएगा वंश।
13)हाथ जोड़ कर ‘मीनाक्षी’ करती आज गुहार,
कन्या ही तो है यहां,सृष्टि का आधार।
(डा मीनाक्षी कौशिक रोहतक)

Language: Hindi
3 Likes · 9672 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे।
चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
"अभिमान और सम्मान"
Dr. Kishan tandon kranti
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
कार्तिक नितिन शर्मा
!! पलकें भीगो रहा हूँ !!
!! पलकें भीगो रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
हर खुशी को नजर लग गई है।
हर खुशी को नजर लग गई है।
Taj Mohammad
2675.*पूर्णिका*
2675.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूंही सावन में तुम बुनबुनाती रहो
यूंही सावन में तुम बुनबुनाती रहो
Basant Bhagawan Roy
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बिना बकरे वाली ईद आप सबको मुबारक़ हो।
बिना बकरे वाली ईद आप सबको मुबारक़ हो।
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
खिड़की पर किसने बांधा है तोहफा
खिड़की पर किसने बांधा है तोहफा
Surinder blackpen
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा शरीर और मैं
मेरा शरीर और मैं
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया,
शेखर सिंह
जाति-धर्म में सब बटे,
जाति-धर्म में सब बटे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
गर जानना चाहते हो
गर जानना चाहते हो
SATPAL CHAUHAN
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
Rj Anand Prajapati
कांटा
कांटा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
** अब मिटाओ दूरियां **
** अब मिटाओ दूरियां **
surenderpal vaidya
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम नफरत करो
तुम नफरत करो
Harminder Kaur
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
DrLakshman Jha Parimal
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
आज़ादी के बाद भारत में हुए 5 सबसे बड़े भीषण रेल दुर्घटना
Shakil Alam
बहुत
बहुत
sushil sarna
विचार मंच भाग - 6
विचार मंच भाग - 6
डॉ० रोहित कौशिक
सरयू
सरयू
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...