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17 Jan 2017 · 1 min read

बेटियां

बेटियां हिंदुस्तान की

खुशबू जाफरान की
————–
“सूर्य की पहली किरण हैं लालिमा विहान की।
केसर की क्यारी बेटियां खुशबू जाफरान की।
अपमान इनका कभी भूल कर भी होने न दीजिये,
आन बान और शान हैं बेटियां हिंदुस्तान की।”


सम्मान कीजिये
———–
“बेटियों का मान कीजिये और सम्मान कीजिये,
बेटियां गौरव देश का इन पर अभिमान कीजिये।
हिमालय से अंतरिक्ष तक तिरंगा फहरा देंगी,
पढने और बढने का अवसर एक समान दीजिये।”

गजल जैसी हैं बेटियां
—————-
सुखदायिनी,वरदायिनी और मोक्षदायिनी होती हैं बेटियां,
दो जहां का उजाला खिलते कमल जैसी होती हैं बेटियां।
इनके पढ़ने से पढेगा देश इनके बढने से ही बढेगा देश,
किसी शायर की खूबसूरत गजल जैसी होती है बेटियां।।
महेश बंसल

Language: Hindi
381 Views
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