Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2017 · 1 min read

बेटियाँ

​बड़े-बड़े काम की हैं बेटियाँ,
ईश्वर के नाम की हैं बेटियाँ,

घर की लक्ष्मी, घर की इज्जत हैं बेटियाँ,
घर को घर बनाने वाली जन्नत हैं बेटियाँ,

हर जगह अपना परचम लहराती हैं बेटियाँ,
टीना, सिंधु, साइना नामों से जानी जाती हैं बेटियाँ,

ईंसानों के रूप में भगवान हैं बेटियाँ,
लेकिन घर, समाज में परेशान हैं बेटियाँ,

सासु माँ, माँ, बहू-बेटी का रूप हैं बेटियाँ,
जीता जागता ईश्वर का स्वरूप हैं बेटियाँ,

सच में बड़े-बड़े काम की हैं बेटियाँ,
पीटी ऊषा और मेरीकाम हैं बेटियाँ,

लोभियों के लिए लोभ हैं बेटियाँ,
कोई समझता है बोझ हैं बेटियाँ ,

हैवानों के लिए तो सिर्फ हवस हैं बेटियाँ ,
आज भी भ्रूण में मरने को विवश हैं बेटियां,

ये बात किसी ने आज भी नहीं भूल पायी है,

वीरांगना की वीरता से ही हमने आजादी पायी है,

सच में बड़े-बड़े काम की हैं बेटियाँ,
शब्दों में न बंध पाये वो नाम हैं बेटियाँ,

Language: Hindi
1 Like · 818 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" बोलियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे आशीष दो, माँ
मुझे आशीष दो, माँ
Ghanshyam Poddar
"कुएं का मेंढक" होना भी
*Author प्रणय प्रभात*
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
प्रेमदास वसु सुरेखा
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
कब तक यही कहे
कब तक यही कहे
मानक लाल मनु
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
Pramila sultan
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
सफ़र
सफ़र
Shyam Sundar Subramanian
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
" यह जिंदगी क्या क्या कारनामे करवा रही है
कवि दीपक बवेजा
अपनी मर्ज़ी
अपनी मर्ज़ी
Dr fauzia Naseem shad
मां होती है
मां होती है
Seema gupta,Alwar
एक ही भूल
एक ही भूल
Mukesh Kumar Sonkar
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
Sukoon
हम कितने आजाद
हम कितने आजाद
लक्ष्मी सिंह
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी  का,
कर मुसाफिर सफर तू अपने जिंदगी का,
Yogendra Chaturwedi
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
'अशांत' शेखर
I want to tell you something–
I want to tell you something–
पूर्वार्थ
मिट्टी के परिधान सब,
मिट्टी के परिधान सब,
sushil sarna
Not longing for prince who will give you taj after your death
Not longing for prince who will give you taj after your death
Ankita Patel
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
Basant Bhagawan Roy
ज़रा पढ़ना ग़ज़ल
ज़रा पढ़ना ग़ज़ल
Surinder blackpen
कुश्ती दंगल
कुश्ती दंगल
मनोज कर्ण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
Loading...