Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2017 · 1 min read

बिटिया रानी

एक अनलिखी अनपढ़ी कहानी हूं,
मैं जूही, चंपा व रातरानी हूं,

हंसता बचपन और गुड्डे गुङिया,
मैं तो बाबा की बिटिया रानी हूं,

बङी हुई तो रंगत गोरी निखरी,
पर मैं शापित व पीङित जवानी हूं,

वहसी नजरें, शोषित जीवन, दहेज,
पिता का झुका शीश, परेशानी हूं,

मेरी वजह से सहते बहुत बाबा,
क्या ईश्वर की भूल व नादानी हूं,

पर बाबा विश्वास करो, मैं कम कब,
मैं गौरव की अनसुनी कहानी हूं,

इंदिरा, कल्पना व नीरजा हूं,
मैं ही तो झांसी की मर्दानी हूं,

तेरे भाल का तिलक बनती बाबा,
मैं तेरी बिटिया बङी सयानी हूं,

813 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#विभाजन_दिवस
#विभाजन_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
रूकतापुर...
रूकतापुर...
Shashi Dhar Kumar
शिक्षक श्री कृष्ण
शिक्षक श्री कृष्ण
Om Prakash Nautiyal
कभी हमको भी याद कर लिया करो
कभी हमको भी याद कर लिया करो
gurudeenverma198
"शाख का पत्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
असली पंडित नकली पंडित / MUSAFIR BAITHA
असली पंडित नकली पंडित / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
हावी दिलो-दिमाग़ पर, आज अनेकों रोग
हावी दिलो-दिमाग़ पर, आज अनेकों रोग
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जो पहली ही ठोकर में यहाँ लड़खड़ा गये
जो पहली ही ठोकर में यहाँ लड़खड़ा गये
'अशांत' शेखर
हे आशुतोष !
हे आशुतोष !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एक कहानी है, जो अधूरी है
एक कहानी है, जो अधूरी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ज़िंदगी के सवाल का
ज़िंदगी के सवाल का
Dr fauzia Naseem shad
Next
Next
Rajan Sharma
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan sarda Malu
करीब हो तुम मगर
करीब हो तुम मगर
Surinder blackpen
बुद्ध वचन सुन लो
बुद्ध वचन सुन लो
Buddha Prakash
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
Kumar lalit
हार स्वीकार कर
हार स्वीकार कर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
Milo kbhi fursat se,
Milo kbhi fursat se,
Sakshi Tripathi
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
अंधकार जो छंट गया
अंधकार जो छंट गया
Mahender Singh Manu
💐प्रेम कौतुक-169💐
💐प्रेम कौतुक-169💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
विलोमात्मक प्रभाव~
विलोमात्मक प्रभाव~
दिनेश एल० "जैहिंद"
सिद्ध है
सिद्ध है
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सुहागन का शव
सुहागन का शव
Anil "Aadarsh"
दोहा पंचक. . . क्रोध
दोहा पंचक. . . क्रोध
sushil sarna
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
विरान तो
विरान तो
rita Singh "Sarjana"
Loading...